झंझारपुर. नगर परिषद को साफ सुथरा रखने वाले सफाई कर्मी गुरुवार सुबह अचानक हड़ताल पर चले गये. विद्यापति टावर के समीप सभी सफाई कर्मी धरना पर बैठे हैं. सफाई कर्मियों का कहना है इन्हें नियमित भुगतान नहीं किया जाता. प्रधानमंत्री के सभा में कराये गए अतिरिक्त सफाई कार्य का भुगतान नहीं किया गया है. सफाई कर्मियों को सफाई किट नहीं दिया जा रहा. गंदगी के बीच बिना सफाई किट के बिना सुरक्षा के साफ-सफाई में कार्य करने के लिए बीमार होने का खतरा बना रहता है. मजदूरों का कहना था कि कितने मजदूर सफाई कार्य में लगे हुए हैं और सफाई का क्या अनुबंध है, यह नहीं बताया गया. काम से हटाने की धमकी दी जाती है. अधिवक्ता बलराम साह ने कहा कि सफाई के नाम पर ठेकेदार और नगर परिषद का एग्रीमेंट को सार्वजनिक किए जाने की मांग वाजिब है. नगर परिषद में दो पाली में सफाई होनी चाहिए. सफाई कर्मी संदीप मलिक ने कहा कि किसी भी स्थिति 8 हजार रुपये महीना से ज्यादा नहीं मिलता है. जो न्यूनतम मजदूरी का भी उल्लंघन है. धरना पर बैठे हैं लोगों में बबलू कंजर, रवि कंजर, जयशंकर कुमार, कुमार कंजर, गोविंद कंजर, अरुण कंजर, मंसूर राम, गणेश मलिक, अशोक मलिक, श्रवण चौपाल, जय गोविंद, राहुल राम, संतोष मलिक, सुनील मलिक, बुचिया देवी, बेचन मलिक, दिलीप मलिक, सुनील कंजर, सागर कंजर, चालक गोविंद कंजर, अर्जुन कंजर सहित लगभग 100 से ज्यादा मजदूर मौजूद थे. एजेंसी के हेड सुपरवाइजर अरविंद कुमार ने कहा कि सफाई कर्मी को ड्रेस सहित एवं सफाई कीट मुहैया कराया जाता है. जिसको सफाई कर्मी इस्तेमाल नहीं करते हैं. काम के बदले श्रम संसाधन विभाग के पूर्व से निर्धारित दर से उन्हें भुगतान किया जाता है. साथ ही सभी सफाई कर्मी को ईपीएफ भी दिया जाता है. स्वच्छता पदाधिकारी दीपक कुमार ने कहा कि स्थिति का आकलन कर रहे हैं. कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि सफाई कर्मी के उचित मांग पर को पूरा किया जाएगा.
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