मधुबनी/लदनियां. जीविका दीदियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. हिंदुस्तान जीविका संकुल स्तरीय संघ में जीविका दीदियों के चल रहे 7 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण के निरीक्षण के दौरान जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक डॉ. धनंजय कुमार ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता जीविका दीदियों को स्वरोजगार से जोड़ना है. उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण जीविका दीदियों को स्वरोजगार से जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगा. विदित हो कि राज्य कार्यालय के दिशा-निर्देश पर प्रखंड में 100 जीविका दीदियों को सिलाई का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार उपलब्ध कराना है. यह वैसी दीदी है जो पहले से सिलाई कर रही थी. उन्हें बच्चों का शर्ट, पैंट, स्कर्ट, टॉप सिलाई करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रखंड परियोजना प्रबंधक ने बताया कि प्रखंड में अभी दो स्थानों पर सात दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण चल रहा है. इनमें हिंदुस्तान जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ तथा विश्वास जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड में प्रथम बैच में 25-25 दीदियों का 7 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण चल रहा है. मास्टर प्रशिक्षक के रूप में विष्णु देव राय तथा सहायक प्रशिक्षक के रूप में शांति देवी दीदियों को प्रशिक्षण दे रही है. मास्टर बुक कीपर किरण कुमारी तथा क्लस्टर फैसिलिटेटर गुड्डू कुमार राय की देखरेख में ललिता देवी, रेणु कुमारी, उषा देवी, पुतुल देवी, अनीता देवी, सोनू देवी, रंजू देवी, राधा देवी, नीतू कुमारी, सालों देवी इत्यादि जीविका दीदी प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है. प्रखंड परियोजना प्रबंधक ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य दीदियों को सिलाई में प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ना है. ताकि वह अपने परिवार की आर्थिक उन्नति में अपना योगदान दे सके.
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