झंझारपुर. आरएस थाना क्षेत्र के बेहट गांव में 30 वर्षीय विवाहित महिला की संदेहास्पद मौत हो गयी. उसकी मौत फांसी लगने से बतायी गयी है. घटना की सूचना पर जब मायके पक्ष के लोग पक्ष पहुंचे तो विवाहिता की लाश पलंग पर पड़ा हुआ था. उसके गर्दन में रस्सी का काला निशान बना हुआ था. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी. घटना के बाद से जेठ, जेठानी, देवर व देवरानी घर से फरार थे. बबिता देवी मुन्नीलाल यादव की बहु व जितेंद्र यादव की पत्नी थी. वह लखनौर थाना क्षेत्र के साहनी टोल लौफा निवासी फूलदेव यादव की पुत्री थी. वर्ष 2011 में उसकी शादी हुई थी. उसके दो पुत्र व एक पुत्री है. पति बाहर रहकर काम करता है. बबिता देवी अपनी सास – ससुर के साथ रहती थी. मायके पक्ष व सास ससुर का आरोप था कि मृतका के जेठ, जेठानी, देवर ,देवरानी और चचेरे ससुर ने मिलकर पारिवारिक कलह के कारण पहले फांसी लटका कर मार दिया. उसके बाद में शव को नीचे उतारकर पलंग पर लिटा दिया और घर से फरार हो गए. बताया जा रहा है कि बबिता देवी सास – ससुर के साथ रहती थी और जेठ जेठानी देवर देवरानी को यह भ्रम था कि सास – ससुर खेती का पैसा उसे देते हैं और हमें नहीं दे रहा है. इसी बात पर बराबर झगड़ा होता था. कई बार 112 नंबर के पुलिस को भी बुलाया गया था. घटना स्थल पर जब पुलिस पहुंची तो उन्हें भी भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा. पहले लोग शव को ले जाने नहीं दे रहे थे. बाद में थानाध्यक्ष ने बताया कि जैसा आप आवेदन देंगे वैसा मामला दर्ज होगा. शव को पोस्टमार्टम में ले जाया गया. थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि वहां लोग हत्या की भी बात कह रहे थे. मामले में आवेदन मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. पूरा मामला इस बात पर अटका हुआ है कि परिजनों में नैहर पक्ष अथवा सास ससुर ने क्या आवेदन दे रहे हैं. फिलहाल हत्या व आत्महत्या का यह मामला गांव में चर्चा की जा रही है.
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