मधुबनी.
हेपेटाइटिस के संक्रमण से बचाव व इलाज के लिए सरकार ने बड़ी पहल शुरू की है. प्रथम चरण में जिले में हाई रिस्क वाले स्वास्थ्य कर्मियों को हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया जाएगा. इसके साथ ही हेपेटाइटिस से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए सदर अस्पताल को ट्रीटमेंट सेंटर बनाया गया है. इसके लिए सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी एवं पारा मेडिकल स्टाफ को राज्य स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया है. सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विनय कुमार को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. वहीं जिला का नोडल पदाधिकारी इपिडैमियोलाजिस्ट अनिल चक्रवर्ती को बनाया गया है. हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव मरीजों को ट्रीटमेंट सेंटर में फ्री इलाज एवं मुफ्त दवा की सुविधा में दी जाएंगी. वहीं, दूसरी ओर हेपेटाइटिस पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के नवजात में हेपेटाइटिस इन्फेक्शन का वर्टिकल ट्रांसमिशन को रोकने के लिए सदर अस्पताल में हेपेटाइटिस बर्थ डोज एवं एचबीआइजी का टीका लगाया जाएगा. मरीजों के ट्रीटमेंट के लिए सभी प्रकार की दवा का जिला नोडल पदाधिकारी की ओर से बीएमएसआईसीएल को इंडेट किया गया है, ताकि सदर अस्पताल में हेपेटाइटिस पॉजिटिव मरीजों को इलाज के साथ सहमत दवा उपलब्ध कराया जा सके.क्या कहते सीएस :
सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि हेपेटाइटिस पॉजिटिव मरीजों एवं हाई रिस्क बाले चिकित्सा पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सरकार की ओर से शुरू की गयी यह पहल सराहनीय है. कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए सीएस की अध्यक्षता में जिला वायरल हेपेटाइटिस मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

