बेनीपट्टी.
डीएम आनंद शर्मा ने अनुमंडल कार्यालय परिसर स्थित निरीक्षण भवन में बाढ़ प्रभावित पंचायतों के मुखिया, राजस्व कर्मचारी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की जानकारी ली. बैठक में मौजूद बिस्फी, बेनीपट्टी व मधवापुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित मुखिया से फिलहाल जलजमाव, जलनिकासी, आवागमन व फसल क्षति की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने बिस्फी प्रखंड के एक मुखिया प्रतिनिधि को फटकार लगाते हुए कहा कि आप जल निकासी करा पाने में सक्षम हैं या नहीं. अगर नही हैं मुखिया को पदच्युत करने की अनुशंसा कर दी जाए. इसी तरह डीएम ने मधवापुर और सलेमपुर पंचायत में नाव परिचालन वाले स्थान, नदी के जलस्तर की स्थिति, नाव की उपलब्धता आदि की जानकारी मांगी तो राजस्व कर्मचारी के अधूरे जवाब पर बिफर पड़े. कहा कि क्यों आपके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाए. उन्होंने आधे घंटे के अंदर पूरी जानकारी जुटाकर रिपोर्ट भेजने का निर्देश संबंधित राजस्व कर्मचारी और सीओ को दिया. बैठक के क्रम में डीएम ने खासकर मधवापुर पंचायत के तरैया, पिहवारा, मधवापुर, सलेमपुर, बेनीपट्टी प्रखंड के बर्री, विशनपुर, मेघवन, पाली, गंगुली व बिस्फी प्रखंड के भैरवा आदि पंचायतों की स्थिति की हर पहलू की जानकारी प्राप्त की. कई जगहों से जलस्तर में कमी आने तो कई जगहों पर फिलहाल जलजमाव बने रहने की बात मुखिया और राजस्व कर्मचारियों द्वारा बताई गई. बैठक के अंतिम चरणों में डीएम ने प्रेस प्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए बताया कि बेनीपट्टी अनुमंडल के पश्चिमी भाग के जितने भी पंचायत नदियों के जलस्तर बढ़ने से प्रभावित थे, उन सभी पंचायतों के साथ बैठक कर कहां-कहां पानी आया, पंचायत प्रभावित है और कहां-कहां पानी कम हो रहा है. इसकी जानकारी ली. फ्लड टीम के साथ टेक्निकल चीजों का भी अवलोकन किया गया. जहां भी तटबंध या बांध क्षतिग्रस्त हुआ है, वहां युद्धस्तर पर मरम्मत की जा रही है. अब धीरे-धीरे पानी का निकासी हो रहा है और अगले 24 से 48 घंटे में जलस्तर में और कमी आ जायेगी. इसके साथ ही जहां कहीं भी फसल क्षति की समस्या हुई है, वहां के लिये जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देशित कर दिया गया है कि तेजी से उस बिंदु का आकलन कर रिपोर्ट भेजें. अनुमंडल कृषि टीम के अलावे दूसरे अनुमंडल से अतिरिक्त टीम को भी बुला लिया गया. ताकि कार्य को तेजी से संपन्न कराया जा सके. उन्होंने कहा कि समीक्षा में सामने आया है कि बिस्फी प्रखंड के कुछ जगहों पर अभी भी नाव परिचालन की स्थिति बनी हुई है. वहां पर अतिरिक्त नाव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावे पोलोथीन सीट की भी जहां-जहां जरूरत है. उन जगहों पर पोलोथीन सीट उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है. आपदा से संबंधित जितने भी एसओपी के जितने भी बिंदु हैं, मानव संचालन प्रक्रिया के तहत प्रशासन मुश्तैद है. डीएम ने आमजनों से भी अपील करते हुए कहा कि वह संयम बरतें. किसी व्यक्ति द्वारा मनरेगा बांध काटे जाने की स्थिति में संबंधित व्यक्ति के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. इस तरह के कृत्य को प्रशासन बिल्कुल भी बर्दाश्त नही करेगा. मौके पर जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी रजनीश कुमार, आपदा एडीएम संतोष कुमार, डीएओ ललन कुमार, एसडीएम शारंग पाणि पांडेय, एडीपीओ अमित कुमार, बीडीओ महेश्वर पंडित, सीओ अभिषेक आनंद, आरडब्लूडी के कार्यपालक अभियंता व बेनीपट्टी थानाध्यक्ष शिव शरण साह समेत अन्य अधिकारी व कर्मी भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

