मधुबनी. जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई. बैठक में डीएम ने टीकाकरण कार्यक्रम में लापरवाही बरतने के लिए बीसीएम हरलाखी धीरज कुमार से जवाब तलब किया. डीएम ने हर हाल में संस्थागत प्रसव में वृद्धि करने का निर्देश दिया. संस्थागत प्रसव में अच्छे प्रदर्शन करने वाली आशा को प्रोत्साहित करने तथा, वैसी आशा एवं एएनएम को चिह्नित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बताया गया कि गर्भवती महिलाओं को बिना किसी विशेष कारण से निजी नर्सिंग होम में प्रसव के लिए भेज दिया जाता है. डीएम ने फर्जी नर्सिंग होम, अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों का नियमित रूप से औचक जांच कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. डीएम ने रोस्टर के हिसाब से सभी कर्मी एवं डॉक्टरों को जिला से लेकर प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों में उपस्थित रहने का निर्देश दिया. दवा की कमी रहने की स्थिति में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी जिम्मेवार होंगे. उन्होंने गर्भवती महिलाओं के निबंधन एवं प्रसव पूर्व जांच की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए इसमें और भी सुधार करने का निर्देश दिया. उन्होंने चतुर्थ एएनसी के बाद विशेष नजर बनाये रखने का निर्देश दिया. डीएम ने 26 मई से शुरू होने वाले विशेष अभियान में आशा द्वारा घर-घर जाकर 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग सहित अन्य लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. बैठक में सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डीएमओ दया शंकर सिंह, डीपीएम पंकज कुमार, डीपीओ आईसीडीएस, जिला स्वास्थ्य समिति के सभी सलाहकार, सभी स्वास्थ्य अधीक्षक व उपाधीक्षक, जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक उपस्थित थे.
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