मधुबनी.
जिले में भूजल स्तर में लगातार गिरावट हो रही है. 30 अप्रैल को किये गए मापी में प्रखंड क्षेत्र में जो भूजल स्तर था, उससे एक फुट नीचे चला गया है. वहीं, 15 मई को हुए भूजल मापी में जिलेभर में जो पानी की स्थिति थी, उससे एक फुट तक नीचे चला गया है. सबसे ज्यादा परेशानी शहरी क्षेत्रों में हो रही है. शहर के कई जगहों पर 34 फुट तक भूजल स्तर नीचे चले जाने के कारण साधारण चापाकल पानी देना बंद कर दिया है. शहर के आरके कॉलेज, सप्ता, किशोरी लाल चौक, शंकर चौक इलाके में पानी काफी नीचे चले जाने के कारण चापाकल दिन में भी पानी देना बंद कर दिया है. जिस कारण लोगों को पानी की ज्यादा परेशानी हो रही है. उन जगहों पर नगर निगम के टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है.प्रखंड में भूजल स्तर की स्थिति
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मधुबनी डिविजन के तहत आने वाले मधवापुर प्रखंड के भूजल स्तर 19 फुट 6 इंच, हरलाखी में 19 फुट 9 इंच, बासोपट्टी में 19 फुट, जयनगर में 17 फुट 7 इंच, बेनीपट्टी में 19 फुट 4 इंच, खजौली में 17 फुट, कलुआही में 18 फुट 5 इंच, रहिका में 22 फुट 7 इंच , पंडौल में 22 फुट 4 इंच व राजनगर प्रखंड का भूजल स्तर 20 फुट तक चला गया है. विभाग के कार्यपालक अभियंता विपुल कुमार आनंद ने कहा कि जिस प्रखंड में ज्यादा पानी की दिक्कत है. उस प्रखंड में काम करने वाले सभी संवेदक को नलजल को जल्द से जल्द चालू करने का निर्देश दिया गया है. पंडौल प्रखंड के लक्ष्मीपुर, ककना, पाही, ईसहपुर पंचायत में भूजल स्तर बहुत नीचे चले जाने के कारण लोगो को पानी की समस्या बढ़ गई थी. विभाग उन पंचायत में नलजल को चालू करवा कर लोगो को पानी मुहैया कराया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है