मधुबनी.
धनतेरस एवं दिपावली पर्व के लिए बाजारों में खरीदारी के लिए दुकानें सज गयी है. बाजारों में रौनक लौट आयी है. सोना चांदी सहित बर्तन एवं फूलमाला की दुकानें भी सज गयी है. इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर, हनुमान जयंती 19 एवं 20 अक्टूबर को दीपावली व काली पूजा मनायी जाएगी. पौराणिक दृष्टिकोण से धनतेरस को स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरि का दिवस माना जाता है. भगवान धन्वंतरि आरोग्य, सेहत, आयु और तेज के आराध्य देव हैं. भगवान धन्वंतरि से आज के दिन समस्त जगत को निरोग कर मानव समाज को दीर्घायु प्रदान करने की प्रार्थना की जाती है. महाकवि व्यास द्वारा रचित श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अंश माना गया है तथा अवतारों में अवतार कहा गया है. धनतेरस के दिन लोग सोना तथा चांदी के आभूषणों की खरीदारी करते हैं. इस दिन आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है. हालांकि, लोग धनतेरस के दिन वाहन और अन्य सामानों की भी खरीदारी करते हैं. धनतेरस पर खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त भी निर्धारित होता है. इस बार 18 अक्टूवर शनिवार के दिन धनतेरस पर्व मनाई जाएगी. पंडित पंकज झा शास्त्री ने बताया कि मिथिला क्षेत्रीय पंचांग अनुसार धनतेरस पर खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त इस दिन त्रयोदशी तिथि आरंभ 01:31 बजे के बाद होगा और त्रयोदशी तिथि की समापन 19 अक्टूबर रविवार को दिन के 02:06 बजे तक होगा.धनतेरस पर खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त
दोपहर 2:53 बजे से शाम 4:27 बजे तक, शाम 4:42 बजे से शाम 5:43 बजे तक, रात 7:19 बजे से रात 1:33 बजे तक सर्वोत्तम है. इस बार धनतेरस पर लक्ष्मी नारायण योग बन रहा है, जो बुध और शुक्र की युति से बनेगा और कुछ राशियों के लिए बहुत शुभ माना जा रहा है. इसके अलावा धनतेरस से पहले गजकेसरी योग भी बनेगा, जो कर्क और सिंह राशि के लिए फायदेमंद हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

