मधुबनी. मदरसा इस्लामिया के शताब्दी वर्ष समारोह के दूसरे दिन समाज में फैली विभिन्न कुरीतियों एवं बुराईयों के धातक कुप्रभाव और उनके दूर करने के उपायों पर चर्चा हुई. दो दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन पहले सत्र के कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य मौलाना अजीजुर्रब फैजी ने की. कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में अबू मरयम, एजाज अहमद, अबू जैद जमीर, शेख सलाहुद्दीन मकबूल अहमद शामिल थे.कार्यक्रम के दूसरे सत्र की अध्यक्षता अमीर जमीयत अहले हदीश एवं शेख असगर अली इमाम मेहदी सल्फी ने संयुक्त रूप से किया. जमीयत अहले हदीश ने कहा कि व्यक्ति से समाज बनता है और समाज से राष्ट्र का निर्माण होता है. इस तरह व्यक्ति का समाज पर प्रभाव पड़ता है और समाज का राष्ट्र पर प्रभाव पड़ता है. इसलिए किसी भी राष्ट्र की उन्नति में उस राष्ट्र के व्यक्ति और समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. कार्यक्रम को अबू जैद,अब्दुल मजीद,अरशद फहीम मदनी,असअद आजमी,अब्दुल मऊ मन्नान फैजी सहित कई मौलाना सहित उपस्थित लोगों ने समाज सुधार का संकल्प लिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

