मधुबनी.
मछली पालन को नयी दिशा देने के लिए झंझारपुर प्रखंड के मेंहथ में शंभुनाथ झा की ओर से स्थापित फिश फीड मिल में अब उत्पादन शुरू हो गया है. इस मिल के शुरू होने से स्थानीय मछली पालकों को अब गुणवत्तापूर्ण चारा आसानी से उपलब्ध होगा. पहले किसानों को फिश फीड के लिए बाहरी बाजारों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे उनकी लागत बढ़ जाती थी और समय भी बर्बाद होता था. इस मिल में अत्याधुनिक मशीन से उच्च गुणवत्ता वाला चारा तैयार किया जा रहा है. इसमें प्रतिदिन दो टन फिश फीड का उत्पादन हो रहा है. इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नये अवसर भी खुलें हैं. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है. साथ ही पड़ोसी जिलों में चारा सप्लाई होने से वहां के मत्स्य व्यवसाय को भी मजबूती मिलेगी. इसके साथ ही क्षेत्रीय स्तर पर मत्स्यपालन को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आय में इजाफा होगा. इस कदम को आत्मनिर्भर मत्स्यपालन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.मछली पालकों की बढ़ेगी आमदनी
मछली पालकों ने इस पहल का स्वागत किया है. उनका कहना है कि इससे उन्हें किफायती दरों पर फीड मिलेगा. जिससे उत्पादन लागत कम होगी और मछलियों की वृद्धि दर में भी सुधार आएगा. इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और झंझारपुर सहित आसपास के इलाकों में मछली पालन को और बढ़ावा मिलेगा. इस पहल से उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में यह मिल मछली उत्पादन को नई ऊंचाई पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.हर तरह की मछलियों के लिए मिलेगा चाराझंझारपुर में शुरू हुई नवनिर्मित फिश फीड मिल से अब हर तरह की मछलियों के लिए चारा उपलब्ध हो पायेगा. इस मिल में आधुनिक तकनीक से उत्पादन की सुविधा है, जिससे छोटे से लेकर बड़े सभी किस्म की मछलियों के लिए संतुलित आहार तैयार किया जा रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार इस मिल से तैयार चारा मछलियों की तेजी से वृद्धि, स्वास्थ्य और उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा. किसानों को अब बाहर से महंगा चारा खरीदने की जरूरत नहीं होगी, स्थानीय स्तर पर ही आसानी से फिश फीड उपलब्ध होगा.
आत्मनिर्भरता की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम
फिश फीड मिल की शुरुआत होने से मत्स्यपालन को नया बल मिलेगा. साथ ही मछुआरों की आय में भी बढ़ोतरी होगी. वहीं मछली उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण साबित होगा. स्थानीय किसानों के साथ-साथ पड़ोसी जिलों के मत्स्यपालकों को भी फायदा मिलेगा. मिल से तैयार उच्च गुणवत्ता वाला मछली चारा न सिर्फ झंझारपुर बल्कि आसपास के जिलों में भी सप्लाई किया जाएगा. इससे मछली पालन करने वाले किसानों को समय पर और उचित दाम पर संतुलित आहार उपलब्ध होगा.क्या कहते हैं अधिकारी
जिला मत्स्य पदाधिकारी अंजनी कुमार ने कहा कि झंझारपुर के मेंहथ में विभाग के सहयोग से लघु फिश फीड मिल स्थापित किया गया है. जहां उत्पादन भी शुरू हो गया है. जिले के मत्स्य पालकों को सभी किस्म की मछलियों का गुणवत्ता वाला मछली चारा उपलब्ध होगा. साथ ही ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

