मधुबनी. राष्ट्रपति भवन में मिथिला लोक चित्रकला पर आधारित विशेष कार्यशाला का आयोजन 21 मई से शुरू होगा. जिसमें बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से चुने मिथिला चित्रकला के कई कलाकार भाग ले रहे हैं. अवसर पर मधुबनी जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत घीवाही ग्राम निवासी राष्ट्रीय मेरिट सर्टिफिकेट तथा राष्ट्र देवी अहिल्या सम्मान प्राप्त प्रतिष्ठित चित्रकारा शांति देवी के अलावा कई कलाकारों को शामिल किया गया है. उनकी साथ टीम में मधुबनी के जितवारपुर ग्राम की उर्मिला देवी, रंजन पासवान, श्रवण पासवान, लहेरियागंज की पद्मश्री शांतिदेवी, पटना की नलिनी साह तथा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में निवासरत कलाकार मनीषा मिश्रा, अंबिका देवी, प्रीति कर्ण और मोती कर्ण को बुलाया गया है. बिहार म्यूज़ियम पटना के सहयोग से आयोजित यह कार्यशाला 27 मई तक चलेगी. जिसमें कलाकार भागलपुरी तसर सिल्क पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. कार्यशाला के समापन दिवस पर 27 मई को प्रतिभागी कलाकारों को राष्ट्रपति भवन का भ्रमण कराया जाएगा. कलाकार महामहिम राष्ट्रपति के साथ दिन के भोजन में भी शामिल होंगे. यह कार्यशाला न केवल बिहार की पारंपरिक कला को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का एक सुनहरा अवसर है, बल्कि स्थानीय कलाकारों के लिए गौरव और सम्मान का प्रतीक भी है. लहेरियागंज के श्रवण पासवान ने कहा कि जिस दिन यह जानकारी मिली उस दिन विश्वास नहीं हो रहा था. राष्ट्रपति के सामने में अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा.
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