राजनगर : सड़क हादसे में बीते तीन मार्च को महिला की मौत एवं रंजीत ठाकुर नामक युवक के घायल होने के बाद इलाज के क्रम में रविवार को मौत हो जाने से चिचरी सहित आसपास के लोग आक्रोशित हो गये. आक्रोशित लोगों ने राजनगर थाना को घेर लिया और थाने में जमकर तोड़फोड़ की. थाने में जब्त वाहनों को भी जला दिया. वहीं, आक्रोशित लोगों को समझाने आये जिला पदाधिकारी के वाहन को भी लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. रोड़ेबाजी में उदय कुमार नामक एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया. जबकि, राजनगर थाना प्रभारी रूपक रंजन के साथ हाथापाई की. पुलिस को लोगों को शांत करने के लिए हवाई फायरिंग भी की.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने करीब 10 राउंड हवाई फायरिंग की. राजनगर थाना को लोगों ने चारों ओर से घेर लिया था. सैकड़ों की संख्या में आये महिला-पुरुष, हाथ में लाठी-डंडा और रोड़ा लेकर थाना पर बवाल काटा. दर्जन भर से अधिक कुर्सी को तोड़ कर फेंक दिया. लोग किसी की भी बात नहीं सुन रहे थे. स्थानीय विधायक रामप्रीत पासवान, पूर्व विधायक रामअवतार पासवान सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी लोगों को समझाने आये. लेकिन, उन्हें निराशा ही हाथ लगी. बाद में मौके पर पहुंचे जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक, एसपी दीपक वर्णवाल, डीएसपी कुमार इंद्रप्रकाश ने लेागों को समझाने की पहल शुरू की. लेकिन, लोग इतने आक्रोशित थे कि किसी की बातों को नहीं सुन रहे थे. लोगों की ओर से कोई नेतृत्व कर्ता नहीं होने के कारण पुलिस प्रशासन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
इससे पूर्व पूरे राजनगर क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर करीब सात आठ जगहों पर सड़क जाम कर दिया. हजारों की संख्या में महिला-पुरुष सुबह से ही सड़क पर उतर गये और हाथों में झाडू-बेलन, मिट्टी के बरतन, लाठी लेकर प्रदर्शन करने लगे. सड़कों को कहीं बांस बल्ला, तो कहीं टायर जला कर जाम कर दिया. आक्रोशित लोगों ने ललमनिया थाना के जीप को भी नहीं बख्शा, चिचरी पेट्रोल पंप के समीप ललमनियां थाने के चालक को मारपीट कर भगा दिया एवं जीप को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. बताया जा रहा है कि चालक ललमनियां से जीप लेकर मधुबनी ठीक कराने आ रहा था. घंटों पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी द्वारा सड़क जामकर्ताओं से बात नहीं करने के कारण लोग आक्रोशित हो गये और थाने की ओर बढ़ गये.
करीब 11 बजे के बाद सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष, बच्चे सब थाना परिसर की ओर बढ़ते गये. लोगो के साथ हुजूम बनता गया. लोगों ने थाने पर पहुंचते ही थाने पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी. पुलिस को जान बचाने के लाले पड़ गये. लोगों ने थाना परिसर में काम कर रहे पुलिस कर्मियों से मारपीट करना शुरू कर दिया. थाने में रखे कुर्सी को तोड़ दिया. वहीं, परिसर में जब्त वाहन को भी जला दिया. थाने पर जमकर रोड़ेबाजी की. बाद में लोगों मांग के तहत तत्काल मृतक के परिजन को आठ लाख रुपये का चेक, अन्य सरकारी लाभ, जिस वाहन से ठोकर में रंजीत ठाकुर व उनकी पत्नी की मौत हुई थी, उस वाहन मालिक को गिरफ्तार करने सहित अन्य मांगों को जिला पदाधिकारी ने माना. इसके बाद भी लोग शांत नहीं हो रहे थे. घंटों मशक्कत के बाद लोग शांत हुए.

