मधेपुरा. जिले में मंगलवार की सुबह घने कोहरे की चादर के साथ शुरू हुई. सुबह करीब आठ बजे तक हालात ऐसे रहे कि महज कुछ मीटर आगे तक देखना मुश्किल था. एनएच-106 व 107 पर कोहरे का असर दिखा. वाहन रेंग-रेंगकर चलते दिखे. घने कोहरे की वजह से चालक पूरी रात और सुबह के शुरुआती घंटों में डिपर जलाकर ही सड़क पर चले. दृश्यता कम होने से दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गयी. लोग एहतियातन अपने घरों से देर में निकले. कोहरे की मोटी परत के कारण शहर और ग्रामीण इलाकों में जैसे एक ठहराव का माहौल छाया रहा. शहर की सड़कों पर आम दिनों की तरह रौनक नहीं दिखी. सुबह टहलने वाले भी बेहद कम निकले, जो निकले भी, वे सर्द हवा और कोहरे से बचने के लिए खुद को सिर से पांव तक ढके हुए थे. मौसम विभाग के अनुसार यह इस सीजन का अब तक का सबसे ठंडा दिन रहा. एनएच पर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक मधेपुरा-उदाकिशुनगंज मार्ग, मधेपुरा-पुरैनी मार्ग और सिंहेश्वर रोड पर भी सुबह यातायात प्रभावित रहा. कई जगह दो पहिया वाहन साइड से फिसलते देखे गए. कोहरे व ठंड से बचने के लिए लोग सड़क किनारे अलाव जलाते दिखे. पुलिस ने भी कई जगहों पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी. दृश्यता कम होने की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके. गर्म कपड़ों की बढ़ी मांग. बाजार गुलजार कोहरे व ठंड के बढ़ते असर का सीधा प्रभाव बाजारों पर भी देखा गया. मंगलवार को शहर के बीपी मंडल चौक, कर्पूरी चौक, कॉलेज चौक और कोर्ट परिसर के आसपास गर्म कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही. मफलर, स्वेटर, ग्लव्स और इनरवेयर की खरीद में बढ़ोतरी देखी गयी. दुकानदारों का कहना है कि ठंड ने तेवर बदला है. लोग गर्म कपड़ों की खरीद के लिए तेजी से बाजार की ओर जा रहे हैं. किसानों पर असर. रबी फसलों को मिलेगी नमी मौसम में आये बदलाव का असर किसानों पर भी पड़ रहा है. कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों के अनुसार घना कोहरा और रात का पाला कई फसलों के लिए चुनौती भी है और राहत भी. गेहूं, सरसों और मसूर जैसी रबी फसलों के लिए कोहरा और नमी शुरुआती चरण में अच्छा होता है. इससे मिट्टी में नमी बनी रहती है. सिंचाई का खर्च कम होता है. हालांकि लगातार कोहरे और तापमान में गिरावट से सरसों और सब्जियों की फसलों पर पाला पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. किसान पौधों को बचाने के लिए पानी का छिड़काव और खेतों में धुआं करने की योजना बना रहे हैं. विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि किसान मौसम के हर बदलाव पर नजर रखें. जरूरत पड़ने पर पाली सिंचाई करें. ठंड से जनजीवन प्रभावित मधेपुरा के कई ग्रामीण इलाकों में मंगलवार को स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी हुई. कई अभिभावक बच्चों को देर से स्कूल ले जाते दिखे. खुले स्थानों पर काम करने वाले मजदूर और ठेला-रिक्शा चालक भी कोहरे और ठंड से परेशान रहे. मंगलवार की सुबह ने मधेपुरा को ठंड और कोहरे की सिहरन से भर दिया. तापमान में और गिरावट के संकेत हैं. आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सुबह और रात में यात्रा करते समय सावधानी बरतें. जरूरी हो तो ही बाहर निकलें.
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