मधेपुरा. शहर की सड़कों की स्थिति खराब हो चुकी है. कई बार नगर परिषद ने सड़क मरम्मत के लिए योजनाएं बनायी गयी, लेकिन तकनीकी और विभागीय अड़चनों के कारण काम नहीं हो रहा है. मेंटनेंस के अभाव में शहर की सडकों की हालत बदहाल हो चुकी है. टूटी सड़कों पर लोगों के लिए आवाजाही करना मुश्किल हो गया है. टूटी सड़कों को दुरुस्त करने की नगर परिषद की ओर से कई बार योजनाएं बनायी गयी, लेकिन सड़कों की हालत सुधर नहीं पायी है. शहर की सड़कें दुरुस्त करने को लेकर नगर परिषद उदासीन बना है. आधा दर्जन सड़कों की हालत खराब सड़कों की मरम्मत को लेकर योजनाएं तो ली जाती रही है, लेकिन कभी तकनीकी कारण तो कभी विभागीय अड़चनों का हवाला देकर योजनाओं पर काम नहीं हो रहा है. लिहाजा शहर की आधा दर्जन से अधिक सड़कों की हालत दयनीय बनी है. शहर के जयपालपट्टी मुहल्ला, पोस्ट ऑफिस रोड, प्रोफेसर कॉलोनी, आजाद टोला, चंदा टॉकिज रोड, मिशन रोड, नौलखिया से मधेपुरा कॉलेज जाने वाली सड़क, बॉबी नर्सरी रोड सहित शहर की कई अन्य सड़कों से आवाजाही करना मुश्किल हो रहा है. वर्षों से सड़क की नहीं हुई मरम्मत कई ऐसी सड़कें हैं जिसकी मरम्मत वर्षों से नहीं की गयी है. कुछ सड़कों का जीर्णोद्धार भी किया गया, लेकिन मामूली बारिश होने पर सड़क पर घुटने भर पानी जमा हो जाता है. नगर परिषद उदासीन बना है.सड़क की हालत तो जर्जर है ही नाला भी दुखदायी बना है. हालत यह है कि रात के अंधेरे में आवाजाही करने के दौरान जर्जर सड़क से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

