सिंहेश्वर. थाना क्षेत्र अंतर्गत बुढ़ावे में गत दिनों मिले शव मामले में छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. शव की पहचान सहरसा जिला के शाहपुर वार्ड सात निवासी अस्मित आनंद उर्फ विनीत के रूप में हुई थी. इस बाबत एएसपी प्रवेंद्र भारती ने बताया कि गत दिनों बुढ़ावे पुल के नीचे एक शव बरामद हुआ था, जिसके बाद टीम गठित कर उक्त घटना की जांच शुरू कर दी. इसी क्रम में जानकारी मिली कि एक युवक सुपौल जिला के जदिया मानगंज वार्ड 10 निवासी राजमणि कुमार को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार युवक से पूछताछ की गयी, तो पता चला कि उक्त युवक मामा कुमारखंड थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड 11 निवासी श्रवण कुमार के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है. इस दौरान पांच अन्य भी घटना में शामिल रहे थे. अस्मित आनंद व राजमणि मधेपुरा स्थित एक बैंक में काम करता था. जहां से पैसों की हेराफेरी के कारण हटा दिया गया था. इधर अस्मित को नशे की आदत थी. अस्मित राजमणि के साथ नशा करने के बाद अचेत हो गया था. जिसके बाद राजमणि अपने मामा के सहयोग से सुपौल जिला के जदिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मानगंज वार्ड तीन निवासी मौसम कुमार के स्कॉर्पियो बीआर 11 वी 7565 से मानगंज वार्ड 10 निवासी बादल कुमार, मानगंज वार्ड नौ निवासी शेल्टु कुमार, ललटू कुमार सहित अन्य के सहयोग से गाड़ी में लादकर सिंहेश्वर के बुढ़ावे स्थित पुल के नीचे फेंक दिया. बताया कि इस दौरान स्कॉर्पियो के अलावा मृतक का हेलमेट राजमणि के घर से बरामद किया गया. वहीं चार मोबाइल भी जब्त किया गया है, जबकि मृतक के बाइक के साथ एक युवक नीतीश की भी तलाश की जा रही है. थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सभी के मोबाइल की जांच की जा रही है. मृतक के पिता ने दर्ज कराया था मामला सिंहेश्वर थाना क्षेत्र के सिंहेश्वर-पीपरा एनएच 106 पर स्थित बुढ़ावे पुल के नीचे मिले अज्ञात युवक के शव की पहचान सोशल मीडिया पर प्रसारित फोटो के आधार पर हुई. मृतक की पहचान सहरसा नगर निगम क्षेत्र के शाहपुर वार्ड संख्या सात निवासी अस्मित आनंद उर्फ विनित कुमार, पिता अभय कुमार यादव के रूप में पहचान हुई थी. शव की पहचान होते ही परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक के पिता अभय कुमार यादव ने बताया कि उनका पुत्र 17 नवंबर को मधेपुरा किसी कॉलेज में अपना सीएलसी निकालने के लिए घर से निकला था. उसके बाद से ही उसका मोबाइल बंद हो गया और परिवार का उससे कोई संपर्क नहीं हो सका. काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक युवक के शव की फोटो देखी, जिसके बाद शक होने पर वे सिंहेश्वर थाना पहुंचे. शव को देखकर उन्होंने अपने पुत्र की पहचान की. पुलिस ने चलाया था विशेष अभियान एएसपी प्रवेंद्र भारती ने बताया कि पुलिस ने इस हत्या को चैलेंज के तौर पर लिया था. जब से शव बरामद हुआ तब से पुलिस विशेष रूप से काम करने लगी थी. अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गयी थी, जिसमें सिंहेश्वर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, शंकरपुर थानाध्यक्ष राजीव कुमार, एसआइ मृत्युंजय कुमार, एसआइ सुड्डू कुमार, एसआइ गुड़िया कुमारी, टेक्निकल सेल के अनिमेष कुमार, अशोक कुमार व राहुल कुमार को शामिल किया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

