मधेपुरा. जातीय जनगणना कराने के प्रति केंद्र सरकार ने जो सहमति व्यक्त की है, यह लालू प्रसाद यादव के दूरदृष्टि सोच व सामाजिक न्याय के प्रति समाजवादी विचारधारा की जीत है. उक्त बातें गुरुवार को बिहारीगंज विधानसभा के पूर्व राजद प्रत्याशी इंजीनियर प्रभाष कुमार ने प्रेसवार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद इस लड़ाई को 1996 से ही शुरू किए थे. लालू प्रसाद की शोषितों, वंचितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों और गरीबों के प्रति जो सोंच थी, उसको केंद्र सरकार ने स्वीकार किया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी जातीय जनगणना को लेकर लगातार सड़क से लेकर सदन तक संघर्षरत रहे. इस कारण केंद्र सरकार को झुकना पड़ा. राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो लुकमान आलम ने तीन मई को मधेपुरा में वफ्फ बोर्ड कानून के विरोध में प्रदर्शन किया जायेगा. मौके पर राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव मो कारी मुरसलीन, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष समीर अंसारी, मो सलाउद्दीन, अरशद, यश, धर्मेंद्र, मिलन आदि मौजूद थे.
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