मधेपुरा. बीएनएमयू के सभी स्नातकोत्तर विभागों तथा सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों में नशे की लत के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. इस संबंध में राज्यपाल आरिफ मो खान के निदेशानुसार प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चौंग्थु ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र भेजा है. इस पत्र के आलोक में कुलपति प्रो बीएस झा ने सभी स्नातकोत्तर विभागों तथा सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों में नशे की लत के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने व विश्वविद्यालयों को नशा मुक्त क्षेत्र बनाने का निर्देश दिया है. कुलपति के निर्देशानुसार राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर ने सभी संबंधितों को पत्र-प्रेषित कर सात बिंदुओं पर कार्य करने का अनुरोध किया है. पहला अपने परिसर को नशा मुक्त क्षेत्र घोषित करते हुए परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में इससे संबंधित सूचना प्रसारित की जाये. दूसरा छात्र-छात्राओं एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से नशे के खिलाफ एक व्यापक अभियान शुरू किया जाये. तीसरा नशा मुक्ति से संबंधित नाटक, कविता, मैराथन दौड़, संगोष्ठी, संवाद, परिचर्चा आदि आयोजित की जाये. चौथा अपने महाविद्यालयों एवं छात्रावासों में नशीले द्रव्यों एवं मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाने तथा इस कार्य में निदेशित जिला पुलिस को सहयोग करने हेतु अपने स्तर से अग्रेतर कार्रवाई की जाये. पांचवा जगह-जगह नशामुक्ति संबंधित नारा लेखन किया जाये. छठा नशा मुक्ति से संबंधित शपथ-पत्र को महाविद्यालय में किसी मुख्य स्थान पर प्रसारित किया जाए और इसे पर्चा रूप में प्रकाशित कर शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों के बीच वितरित किया जाये. सातवां नशामुक्ति संबंधी शपथ-पत्र पर अधिकतम शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों से हस्ताक्षर कराकर उसे समेकित रूप से अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में 30 अगस्त, 2025 तक उपलब्ध कराया जाये. उन्होंने सभी संबंधितों से अनुरोध किया है कि नशा मुक्ति अभियान से संबंधित प्रतिवेदन उच्च गुणवत्तायुक्त चार-पांच फोटोग्राफ, तीन-चार मिनट का वीडियो, पेपर कटिंग्स आदि के साथ भेजने का कष्ट किया जाये.
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