सिंहेश्वर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भोले बाबा की नगरी सिंहेश्वर स्थान को करीब साढ़े तीन साल पहले जो सौगात दी थी अब पूरा होगा. सीएम से मिले सौगात को देखने के लिए स्थानीय लोगों की आंखें पथरा गयी थी. शनिवार को सीएम के सिंहेश्वर आगमन पर वर्षों से प्रतीक्षा में पथरायी आंखों को सुकून मिल गया. सीएम ने पर्यटन विभाग के एमडी को शेष कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया. गौरतलब है कि मंदिर परसिर स्थित तालाब शिवगंगा एवं मंदिर परिसर सहित आसपास के इलाकों के सुसज्जीकरण के लिये पर्यटन विभाग को योजना बना कर जल्दी काम करने का आदेश सीएम ने तीन वर्ष पूर्व ही दिया था.
पर्यटन विभाग ने शिवगंगा घाट निर्माण के साथ सड़क, सोलर प्लांट, सभा कक्ष आदि बनाने की योजना भी बनायी. एस्टीमेट के अनुसार काम तो शुरू हुआ लेकिन शिवगंगा घाट का निर्माण अब तक अधूरा था. खास बात यह है कि कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण विभाग ने मंदिर न्यास समिति को अब तक शिवगंगा हैंडओवर नहीं किया है.
अब पूरी होगी विकास की आस. वर्ष 2017 में महाशिवरात्रि पर्व 24 फरवरी को है. इस अवसर पर तीन दिवसीय सिंहेश्वर महोत्सव का आयोजन किया जायेगा. करीब दो महीने ही इस दिन में शेष रह गये हैं. इस अवसर पर सिंहेश्वर स्थान में भव्य मेला लगाया जाता है. यह मेला करीब एक महीने तक मधेपुरा सहित आसपास के जिले सहित पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को आकर्षित करता रहा है. मंदिर में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं. यह तो उनकी आस्था है कि बाबा भोले नाथ के पास खींचे चले आते हैं लेकिन यहां श्रद्धालुओं को न्यास समिति पवित्र माहौल देने में असमर्थ रहती है. जैसे तैसे हर कार्य पूरा हो जाता है.
शिवगंगा का निर्माण शुरू हुआ तो बाहरी के श्रद्धालु सहित स्थानीय लोगों में भी बड़ी प्रसन्नता थी कि इसके कारण सिंहेश्वर स्थान धार्मिक के साथ-साथ एक आकर्षक स्थल के रूप में विकसित हो सकेगा. ज्यादा से ज्यादा लोग आयेंगे तो उनकी आय में भी वृद्धि होगी. शिवगंगा तालाब का काम अब तक पूर्ण होता नहीं दिख रहा था लेकिन सीएम के आगमन के साथ ही श्रद्धालुओं को लगने लगा कि अब विकास की आस पूरी होगी.