मुरलीगंज : रेलवे स्टेशन से दो किमी पूरब पूर्णिया की तरफ मानव रहित दूसरे रेलवे फाटक पर कोसी एक्सप्रेस ट्रेन व ट्रैक्टर में टक्कर हो गयी. हालांकि मौके पर ड्राइवर की सूझबूझ की वजह से एक बड़ी रेल दुर्घटना टल गयी. इस घटना में रेल इंजन व ट्रैक्टर दोनों ही क्षतिग्रस्त हो गये. जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात करीब 12 बजे 18698 डाउन कोसी एक्सप्रेस जो पटना से आती है.
ट्रेन मुरलीगंज से पूर्णिया कोट की ओर जा रही थी. स्टेशन से कुछ दूर पकिलपार तिनकोनमा रेलवे ढाला पर ट्रैक्टर बीआर 19 जी 1261 से टकरा गयी. ट्रैक्टर पर धान की बोरियां लदी थी, जो मंडी ले जाया जा रहा था. तभी रेलवे ढाला पार करने के दौरान ट्रैक्टर के ट्रॉली पटरी में अटक गया.
रेलवे तैयार कर रहा है तकनीक, बजेगा हूटर : रेल प्रशासन ने एक ऐसी तकनीक तैयारी की है. इसमें रेलवे फाटक पर ट्रेन के पहुंचने से पहले हूटर बजने लगेगा. रेलवे की नई तकनीक के आधार पर इसरो ने उपग्रह पर आधारित चिप प्रणाली विकसित की है. इसके तहत रेल फाटक से करीब पांच सौ मीटर पहले आइसी चिप के माध्यम से हूटर सक्रिय हो जायेगा. ट्रेन फाटक के पार होने के बाद हूटर बंद हो जायेगा. पीडब्ल्यूआइ ने बताया कि मानव रहित रेलवे फाटक पर यहां अभी सिस्टम चालू नहीं हुआ है जल्द शुरू होगा.
मानव रहित रेलवे फाटक पर टली बड़ी दुर्घटना
इंजन के अगले हिस्से में फंसा टेलर
ठोकर लगने से रेल इंजन व ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हो गया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इंजन के अगले हिस्से में टेलर का चक्का फंसा गया, जिससे इंजन पटरी से उतर गया. ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ की वजह से सभी की जान बची. कोसी एक्सप्रेस में सफर कर रहे राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि टेलर का पहिया रेल इंजन में फंसने की वजह से इंजन भी क्षतिग्रस्त हो गया.
मानव रहित फाटक पर नहीं था गेटमैन
मानव रहित रेलवे फाटक पर कोई गेटमैन ड्यूटी पर नहीं रहता है. रेलवे फाटक के पहले दोनों तरफ लोगों को सतर्क करने के लिए बोर्ड लगा होता है. इसके अलावा दोनों तरफ फाटक का संकेत का बोर्ड लगा होता है. नियम है कि यदि मानव रहित रेल फाटक आ रहा तो चालक को हॉर्न बजाते हुए ट्रेन निकालनी चाहिए. घटना के बाद लोगों ने रेलवे लाइन को जाम करने लगे, लेकिन मौके पर पहुंचे आरपीएफ एरिया इंस्पेक्टर वीएस पांडे ने लोगों को समझा बुझा कर रेलवे लाइन को जाम नहीं करने के लिए मनाया. घटना स्थल पर मौजूद प्रखंड शिक्षा समिति के अध्यक्ष सह पंसस प्रमोद कुमार , स्थानीय अरुण यादव, सोनू कुमार, सुशील कुमार, मंटू यादव, पिंटू कुमार, विनोद मेहता आदि ने कहा कि यहां फाटक का निर्माण आवश्यक है. हमलोगों के द्वारा कई बार मांग की गयी, लेकिन अबतक मांग पूरा नहीं हुआ है.
कहते हैं आरपीएफ एरिया इंस्पेक्टर
आरपीएफ एरिया इंस्पेक्टर वीएस पांडे ने बताया कि यह गेट बिना रेलवे के अनुमति से है. चालक ट्रैक्टर लेकर गलत तरीके से पार कर रहा था. ट्रेन आने पर ड्राइवर ट्रैक्टर को छोड़ कर भाग गया होगा या ट्रैक्टर खराब हो गया होगा. ट्रैक्टर ड्राइवर पर रेल यात्री की जान जोखिम में डालने व नियम का उल्लंघन करने पर ट्रैक्टर व चालक पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.