सड़क पर बनायी चहारदीवारी
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घर से निकलना हुआ मुश्किल
सड़क पर बनायी चहारदीवारी आक्रोशित ग्रामीणों ने डीएम को आवेदन देकर लगायी न्याय की गुहार, कहा-लोकदेव का पैसा पचाने की चल रही साजिश. मधेपुरा : सदर प्रखंड के तुलसीबाड़ी राजपुर मलिया पंचायत के राजपुर गांव में लोकदेव खेदन महाराज की जमीन को सुरक्षित करने के नाम पर गांव की मुख्य सड़क की जमीन पर ही […]
आक्रोशित ग्रामीणों ने डीएम को आवेदन देकर लगायी न्याय की गुहार, कहा-लोकदेव का पैसा पचाने की चल रही साजिश.
मधेपुरा : सदर प्रखंड के तुलसीबाड़ी राजपुर मलिया पंचायत के राजपुर गांव में लोकदेव खेदन महाराज की जमीन को सुरक्षित करने के नाम पर गांव की मुख्य सड़क की जमीन पर ही चहारदीवारी बनायी जा रही है. इसके कारण पंचायत के राजपुर गांव का तुलसीबाड़ी, मलिया, बेलहा, लक्षमीणिया, पीपरपत्ता आदि गांवों से संपर्क टूट गया है. इसके अलावा दीवार बनाये जाने के कारण गांव में भी महादलित और अल्पसंख्यक की हजारों की आबादी के लिए आवागमन का संकट उत्पन्न हो गया है. प्रभावित लोगों का कहना है
कि ग्रामीण राजनीति के तहत तथा खेदन महाराज के नाम पर जमा लाखों रुपये की राशि में सेंधमारी के लिये यह योजना चलायी जा रही है. ग्रामीणों ने इस मामले में जिलाधिकारी को आवेदन दे कर न्याय की गुहार लगायी है. वहीं आला अधिकारियों को भी सूचना दी गयी है. जांच के लिये पुलिस पहुंची भी लेकिन मामला रफा दफा हो गया. गौरतलब है कि राजपुर गांव पंचायत के दक्षिणी छोर पर बसा है. पंचायत के शेष गांव उत्तर की ओर हैं. पंचायत की अधिकतर आबादी एनएच 107 पर पहुंचने के लिये ज्यादातर इसी सड़क इस्तेमाल करती है. फिलवक्त गांव में तनाव का माहौल है.
डेढ़ सौ लोगों ने समाहरणालय पहुंच कर दिया आवेदन : विगत 15 जून को गांव के करीब डेढ़ सौ लोग अपनी गुहार लेकर समाहरणालय पहुंचे. उनके आवेदन पर मुखिया, उपमुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, उपसरपंच सहित करीब एक सौ से अधिक लोगों के हस्ताक्षर थे. ग्रामीणों का कहना था कि वे लोग गांव में वर्तमान स्थल पर पांच पीढ़ियों से रहते आ रहे हैं. लोकदेव खेदन महाराज उनके लिये भी परम पूजनीय हैं. बल्कि वे लोग ही लोकदेव की नित्य पूजा अर्चना किया करते हैं. अब अचानक मुख्य सड़क के साथ-साथ वार्ड संख्या 13-14 में महादलित और अल्पसंख्यक बस्ती जाने वाली सड़क को भी बंद कर चहारदीवारी बना दी गयी है. इन सड़कों पर सरकारी योजना से ईंट सोलिंग भी की गयी है. ऐसे में उनका आवागमन बंद होने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
रास्ता बंद हुआ तो शादी विवाह भी प्रभावित : लोकदेव खेदन महाराज का तालाब गांव की जीवन का केंद्र है. इस तालाब के आसपास मजदूर और छोटे किसानों के घर हैं. ग्रामीणों ने अपने आवेदन में लिखा है कि कृषक बाहुल्य इस गांव के मवेशी इसी तालाब का पानी पिया करते थे. अब तालाब के चारो ओर बसे लोगों का आवागमन तो पूरी तरह बंद हो गया है. बेटियों के शादी-विवाह पर भी आफत आ गयी है.
खेदन महाराज के पैसे की हो रही बंदरबांट :ग्रामीण सह किसान संसद के सचिव शंभु शरण भारतीय कहते हैं कि लोकदेव खेदन महाराज के नाम पर तालाब और सवा दो बीघा जमीन है. तालाब से हर साल लाखों रुपये की मछली निकाली जाती है. नतीजतन तीसरे सदस्य इस राशि को अपनी जेब तक पहुंचाने के लिये सारा तिकड़म कर रहे हैं.
चुनावी रंजिश के शिकार हुए हैं ग्रामीण
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इन मामलों के पीछे पंचायत चुनाव की रंजिश भी है. सुरेश कुमार के पुत्र वर्ष 2001 के पंचायत चुनाव में मुखिया बने थे. उसके बाद हर चुनाव में उनके परिवार से कोई न कोई खड़े होते रहे हैं लेकिन जीत नहीं मिली. खेदन महाराज के तालाब के निकट उपमुखिया तथा वार्ड सदस्य के घर हैं. चूंकि ये लोग मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं इसलिये दबंगों के सामने कुछ बोल नहीं पाते. वोट नहीं मिला तो रंजिश में अब इस तरह के कार्य कर रहे हैं. लोगों ने कहा कह अगर जल्दी ही इस मामले में उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.
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