लखीसराय. खेतों एवं सड़कों पर नंगे पैर काम करने वालों के छक-छक पैर जल रहे हैं. गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो रहा है. उपर से लू की चपेटों से लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं. वहीं वृद्ध लोगों को दरवाजे, दलान या पेड़ के नीचे बैठने या सोने पर भी लू का शिकार होना पड़ रहा है. गांव देहात में अधिकांश लोग लू का शिकार हो रहे हैं. दोपहर होते ही आसमान से ओले बरसने लगते हैं. जिसके कारण लोग अपने घरों से कम निकल रहे हैं. शहर की सड़क दोपहर होते ही सूनी पड़ जाती है. शहर के दुकानदार ग्राहकों की राह जोहते हुए नजर आते हैं. हाई टेंपरेचर के कारण स्कूल शिक्षण संस्थानों को बंद करा दिया गया है. डीएम रजनीकांत के आदेशानुसार सभी शिक्षण संस्थान 10 बजे दिन तक ही खुला रख सकते हैं.
लस्सी, कच्चे आम, बेल व नींबू पानी के साथ साथ गन्ने के रस की बिक्री तेज
चिलचिलाती धूप एवं लू की चपेट से बचने के लिए लोग बाजार में नींबू पानी, गन्ने का रस, बेल कच्चे आम की शरबत की दुकान पर खड़े होकर एक दो गिलास पीकर ही आगे बढ़ते हैं. शहर के हर चौक चौराहे एवं मुख बाजार की सड़क पर बिल की शरबत कच्चे आम का शरबत आदि का सेवन करते हुए नजर आते हैं. सभी जगह पर नींबू पानी एवं शरबत की फुटपाथ पर दुकान खोली गयी है. अधिक महंगे नहीं होने के कारण बाजार आने जाने वाले राहगीरों के अलावा ऑफिस कर्मी भी इन सभी चीजों का सेवन करना नहीं भूल रहे हैं दोपहर को बाजार पहुंचने वाले लोगो का कहना है कि इस तरह के कड़क मौसम में दो रोटी खाने में कम हो, लेकिन शरबत व पानी से पेट भरा हुआ रहना चाहिये.हरे भरे पौधे को बचाने के लिए परेशान किसान
किसान इन दिनों भिंडी, कद्दू, ककड़ी, तरबूज, खीरा आदि का फसल बोये हैं. हरे भरे पौधे को बचाने के लिय किसानों को प्रतिदिन खेतों का पटवन करना पड़ रहा है. खेत के पटवन करने के साथ ही लहराती धूप में पानी धरती सोख रही है. जिससे कि किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिन किसानों के पास अपना बोरिंग नहीं है उन किसानों को दूसरे किसान का खुशामद कर अपने खेत के पटवन करते हुए हरे-भरे पौधे को बचाने में परेशान है. खीरा, ककड़ी एवं परोर के खेत में एक दिन के बाद एक दिन पटवन करना पड़ता है.
कड़ी धूप और लू से कैसे बचें
दोपहर को बाहर निकलने वाले लोग टोपी, चश्मा, गमछा आदि का उपयोग करें. पूरे शरीर को ढक कर रखने से धूप या लू से लोग बच सकते हैं. आम के शरबत पीने से लू का असर नहीं होता है. विशेषज्ञों का कहना है कि धूप के दिनों में पानी एवं ओआरएस घोल का उपयोग जमकर करें. ठंडी चीजों का सेवन करें. चाय, अल्कोहल आदि से खुद को बचायें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है