हलसी. कृषि विज्ञान केंद्र हलसी के वैज्ञानिकों ने सोमवार को अपनी 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में एकदिवसीय हड़ताल कर केंद्र प्रबंधन और सरकार का ध्यान आकर्षित किया. हड़ताल का नेतृत्व केवीके के वरीय वैज्ञानिक सुरेश चंद्र चौधरी ने किया. उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों के हित और केवीके की कार्यकुशलता सुनिश्चित करने हेतु यह कदम उठाना आवश्यक हो गया था. वैज्ञानिकों ने अपनी प्रमुख मांगों में कर्मचारियों को समय पर वेतन भुगतान, उनकी निष्ठा व कार्य की गरिमा का सम्मान, ‘एक राष्ट्र–एक केवीके–एक नीति’ लागू करने, तथा डॉ आरएस परौदा समिति की रिपोर्ट का शत-प्रतिशत कार्यान्वयन सुनिश्चित करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सभी श्रेणी के कर्मचारियों के लिए समान वेतन संरचना, समान सेवा शर्तें तथा हर भूमिका में वेतन समानता लागू की जानी चाहिए. इसके अलावा, मेजबान संगठन आधारित पक्षपात खत्म करने और सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले लाभ जैसे ग्रेच्युटी, अवकाश नकदीकरण और पेंशन का बिना किसी भेदभाव के समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की गयी. कर्मचारियों ने यह भी कहा कि सभी केवीके में बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराया जाए ताकि कृषि वैज्ञानिकों को अनुसंधान और प्रसार कार्यों में किसी प्रकार की बाधा न आए. अनुमन्य भत्तों के समान वितरण की मांग भी प्रमुख रही, जिससे संस्थान में पारदर्शिता व न्याय सुनिश्चित हो सके. एकदिवसीय हड़ताल में वरीय वैज्ञानिक डॉ सुधीर चंद्र चौधरी, डॉ निशांत प्रकाश, डार्विन कुमार सिंह सहित कई अन्य कर्मचारी शामिल हुए. कर्मचारियों ने आशा व्यक्त की कि प्रशासन उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल करेगा.
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