लखीसराय/बड़हिया/सारठ : पटना व लखीसराय जिले के सीमा पर अपहरणकर्ताओं ने बुधवार की देर रात 22 वर्षीय युवती को जान मारने की नीयत से पंजाब मेल एक्सप्रेस से चलती ट्रेन से फेंक दिया. युवती की किस्मत अच्छी थी कि वह रेलवे ट्रैक के बगल में झाड़ी में जा गिरी. लाइन मैन की सूचना पर गुरुवार की सुबह गंभीर हालत में बड़हिया जीआरपी प्रभारी ओम प्रकाश सिंह दल बल के साथ पहुंच युवती को बड़हिया रेफरल अस्तपाल में भर्ती कराया.
घटनास्थल हथिदह जीआरपी क्षेत्र में होने की वजह से बड़हिया जीआरपी ने इसकी सूचना हथिदह जीआरपी पुलिस को दी. इसके बाद जीआरपी हथिदह की पुलिस ने रेफरल अस्पताल पहुंच पीड़िता का बयान लिया़ पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अपहरण का कारण क्या है.
इलाज के बाद होश में आने पर पीड़िता ने बताया कि वह देवघर जिले के करौं थानांतर्गत डुमरथर की रहनेवाली है. वह अपने मामा घर सारठ में मजार पर हाजिरी लगाने आयी थी. नदी स्नान के लिए जाने के क्रम में एक चौक पर बोलेरो पर सवार चार लड़कों ने उसे जबरन उठा लिया और नाक में कोई चीज सुंघा कर बेहोश कर दिया. होश आने पर उसे बताया गया कि वह जसीडीह के जंगल में है. जब उसने अपना मोबाइल मांग अपने परिवार को सूचना देने की बात कही, तो उसे फिर बेहोश कर दिया गया. जब पुन: हल्का होश आया तो पता चला कि पंजाब मेल ट्रेन पर सवार हूं. उसके बाद पता नहीं चला कि कब मुझे ट्रेन से फेंक दिया गया.
पुलिस ने युवती के होश में आने के बाद उसके परिजनों को फोन पर घटना की जानकारी दी. इससे पूर्व गुरुवार की सुबह युवती का भाई तसलीम शाह ने सारठ थाने में अपनी बहन की गुमशुदगी का आवेदन दिया था. आवेदन देने के आधे घंटे बाद उसे पता चला कि उसकी बहन बड़हिया में इलाजरत है.
इस संबंध में हथिदह जीआरपी प्रभारी उदेश्वर सोरेन ने बताया कि पीड़ित लड़की के परिजन आ चुके हैं तथा मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पायेगा. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
यह भी पढ़ें-
आरक्षण जैसे मुद्दे के बहाने नीतीश से दूरी बना रहे जदयू के दलित नेता, क्या शरद से बढ़ा रहे हैं नजदीकी, जानें

