ठाकुरगंज
दुर्गापूजा घूमने निकले और चाट, फुचका, भेलपुरी और आईस्क्रीम न खायें, ऐसा असंभव है. परिवार, दोस्तों और अपनो के बीच इसकी खुशबू में जब पूजा की रौनक घुलती है, तो स्ट्रीट फूड उसका स्वाद और बढ़ा देता है. कुछ ही हो रेस्टोरेंट के खाने का स्वाद अपनी जगह है लेकिन स्ट्रीट फूड की चटखार का मजा ही कुछ और जो मेले में अपने दोस्तों और अपने के साथ मिलती है. जी हां, यह कहने की आवश्यकता नहीं कि दुर्गापूजा में केवल बड़े-बड़े दुकानदारों के लिए पूजा कमाई के लिए गोल्डन अवसर होता है तो स्ट्रीट फूडवालों की भी चांदी ही चांदी हाेती है. पांच दिन की कमाई कई बार पांच महीने के बराबर हो जाती है.पंडाल के पास सज गयीं स्ट्रीट फूड की दुकानें
ठाकुरगंज के कई प्रमुख पूजा स्थल है, इसमें से मिलन संघ पूजा समिति की मेहनत रंग लाता है. इस समिति के मेहनत से दुर्गा पूजा की व्यवस्था भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है. खुले वातावरण में परिवार और बच्चों के लिए यह जगह खास होती है और इसी भीड़ के बीच सजते हैं रंग-बिरंगे फूड स्टॉल. दुर्गापूजा शुरू होते ही फुचका, भेलपुरी, आइसक्रीम वाले अपनी-अपनी “डालियां” सजा चुके हैं. विक्रेता श्रवण कुमार बताते हैं कि पूजा के समय अच्छी कमाई हो जाती है, सिलीगुड़ी से आकर ठाकुरगंज में दुकान लगाने वाले श्रवण कहते हैं इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है. इस बार भी उम्मीद है कि बिक्री अच्छी हैऔर श्रद्धालुओं की भीड़ लगेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

