ठाकुरगंज
ठाकुरगंज दिगंबर जैन मंदिर में बुधवार को णमोकार मंत्र का सामूहिक जाप हुआ. बताते चले जीतो संस्थान के द्वारा पूरे भारत में आयोजित इस कार्यक्रम में जैन समाज की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस दौरान जैन समाज के मोहन जैन ने बताया कि विश्व शांति की कामना के साथ ये आयोजन किया गया. बुधवार सुबह विश्व के 108 देश के 6000 जैन मंदिर, उपाश्रः, स्थानक वह साधना केंद्रों में एक साथ नवकार मंत्र का सामूहिक जाप किया गया. वही जैन समाज के विनय जैन ने नवकार मंत्र की महिमा बताते हुए कहा कि इस मंत्र का पाठ करने से कई कष्टों का निवारण होता है. मंदिर में नवकार मंत्र की गूंज के बीच सभी श्रद्धालुओं ने एक साथ मंत्र का जाप किया.क्या है नवकार महामंत्र
णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं. एसो पंच णमोक्कारो, सव्व पावप्पणासणो , मंगलाणं च सव्वसिं, पढमं हवइ मंगलं.नवकार महामंत्र का महत्व
यह आयोजन जैन धर्म के पवित्र ‘नवकार महामंत्र’ के सामूहिक जाप के लिए आयोजित किया गया था, ये भगवान महावीर के जन्मोत्सव से जुड़ा है. नवकार महामंत्र को नमस्कार मंगल या परमेष्ठी मंत्र भी कहा जाता है और यह जैन साधु व मुनियों को समर्पित है. नवकार महामंत्र में पहले पांच नमस्कार का वर्णन था, फिर कई अन्य मंत्रों को जोड़ा गया. इसका अर्थ है कि मैं परमज्ञानी आत्मविजयी और सिद्धों को नमस्कार करता हूं. मैं सभी सिद्ध पुरुषों को नमन करता है. मान्यता है कि इस मंत्र के जप से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और जीवन में मंगल ही मंगल बना रहता है.
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