किशनगंज जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती पूरे जिले में धूमधाम से मनायी गयी. खासकर किशनगंज, ठाकुरगंज में भी इसकी धूम रही. शहर के महावीर मार्ग स्थित जैन मंदिर से भगवान महावीर का दिव्य संदेश जिओ और जीने दो अहिंसा परमो धरम के उदघोष के साथ शोभा यात्रा निकाली गयी. यह शोभा यात्रा जैन मंदिर से आरंभ होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए तेरापंथ भवन पहुंचकर संपन्न हुई. जिसमें सैकड़ों की संख्या में बच्चे, युवक, युवतियां, महिलाएं व पुरुष शामिल थे. जुलूस में भगवान महावीर के संदेश “जिओ और जीने दो और अहिंसा परमो धर्म: ” के उदघोष के माध्यम से लोगों को इसका अनुसरण करने की अपील की गयी. जुलूस में कुछ झांकिया भी शामिल की गई थी. इन झांकियों में बच्चों के द्वारा अलग- अलग किरदार के माध्यम से भगवान महावीर के संदेश को खूबसूरती से दर्शाया गया था. वहीं दिगंबर समाज के अध्यक्ष व पूर्व नप अध्यक्ष त्रिलोकचंद जैन ने कहा कि जैन समाज महावीर जयंती मना रहा है. हमेशा की तरह इस बार भी सादगीपूर्ण तरीके से जुलूस निकालकर जन-जन तक भगवान महावीर के दिव्य संदेशों तक पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है. इससे सामाजिक समरसता और सद्भावना बढ़ेगी. वहीं भिक्षु सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष डाक्टर राजकरण दफ्तरी ने बताया कि भगवान महावीर के सिद्धांतों को सभी को अपनाना चाहिए. भगवान महावीर के बताए गए सिद्धांत अहिंसा सभी जीव जंतु के प्रति समानता और प्रेम का भाव रखने की प्रेरणा देता है इसलिए मनुष्य को हिंसा का त्याग करना चाहिए. आवश्यकता अनुसार ही वस्तुओं का संचय करने से जीवन यापन शांतिमय रहेगा. वहीं सिद्धांत अस्तेय का पालन करने से मन शांत रहता है. श्री दफ्तरी ने आगे बताते हुए कहा कि ब्रह्मचर्य के सिद्धांत को यह एक उत्तम तपस्या के रूप में माना गया है. यह मोहमाया को छोड़कर अपनी आत्मा में लीन होने की प्रक्रिया है. इसके पालन से मन की शांति प्राप्त होती है. इस मौके पर सैकड़ों जैन धर्मांलंबी शामिल थे.
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