राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस: स्वस्थ बचपन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम
किशनगंज .स्वस्थ भविष्य की नींव बच्चों के मजबूत स्वास्थ्य पर टिकी होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए, जिले में 4 मार्च को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) मनाया जाएगा. इस दिन 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. इस विशेष अभियान के तहत छूटे हुए बच्चों के लिए 7 मार्च को मॉपअप राउंड भी आयोजित किया जाएगा, ताकि कोई भी बच्चा इससे वंचित न रहे. जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और आईसीडीएस विभागों के बीच आपसी समन्वय को और मजबूत करने के निर्देश दिए गए. बैठक में सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार, डीआईओ डॉ. देवेंद्र कुमार, पिरामल स्वास्थ्य, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे.बच्चों के लिए क्यों जरूरी है कृमिनाशक दवा
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि बच्चों में कृमि संक्रमण एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक विकास दर प्रभावित होती है. कृमि संक्रमण से खून की कमी (एनीमिया), कुपोषण, थकान, पेट में दर्द और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके कारण बच्चों की स्कूल में उपस्थिति और पढ़ाई में रुचि भी प्रभावित होती है.कृमिनाशक दवा इन समस्याओं को दूर कर बच्चों को स्वस्थ, ऊर्जावान और अधिक सक्रिय बनाने में मदद करती है.एनडीडी अभियान: स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण पहल
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया की राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना और बच्चों को कृमि संक्रमण से सुरक्षित रखना है. इस अभियान के तहत जिले के 1122744 बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और आईसीडीएस के सहयोग से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा. स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवा उपलब्ध कराई जाएगी.छूटे हुए बच्चों को दवा खिलाने के लिए 7 मार्च को मॉपअप राउंड आयोजित किया जाएगा.जनजागरूकता और सहभागिता से बनेगा अभियान सफल
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए गांव-गांव तक व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. स्वास्थ्य कर्मी, शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माता-पिता को जागरूक करें, ताकि वे अपने बच्चों को कृमिनाशक दवा देने के प्रति गंभीर रहें.बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य के लिए आपका सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है. आइए, 4 मार्च को अपने बच्चों को कृमिनाशक दवा जरूर खिलाएँ और उन्हें स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर करें.
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