गोगरी. अनुमंडल समेत पूरे जिले में मोंथा चक्रवात का असर शनिवार को भी जारी रहा. बीते तीन दिनों से मोंथा चक्रवात से हो रही बारिश और ठंड के कारण अनुमंडल क्षेत्र का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वैसे तो बीते दो दिनों से छिटपुट बारिश हो रही थी. लेकिन शुक्रवार की सुबह से ही अनुमंडल क्षेत्र में तेज हवा के साथ बारिश होती रही. शनिवार सुबह की पहली किरण से ही आसमान में काले बादलों का बसेरा और रुक-रुक कर होती बारिश ने लोगों को घरों में कैद कर दिया. सड़कों पर पानी जमा हो गया, गलियों में कीचड़ और ठंडी हवाओं ने अक्टूबर के अंतिम दिनों को ठिठुरन भरा बना दिया है. कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक विपुल कुमार मंडल ने बताया कि जिले में शुक्रवार को 90 फीसदी बादल छाए रहे और देर रात तक विभिन्न प्रखंडों में करीब 42 मिमी बारिश दर्ज होने की गयी है. चक्रवाती हवाओं की रफ्तार कम होने लगी है, जिससे अगले 24 घंटे के भीतर राहत मिलने की उम्मीद जतायी गयी है. कम हो गया उच्चतम और न्यूनतम तापमान का अंतर कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि जिले का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा. अधिकतम व न्यूनतम तापमान का अंतर मात्र चार डिग्री सेल्सियस रह गया. लगातार हो रही बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ गयी है. मक्का बुआई का समय चल रहा है, लेकिन भीगे खेतों और भारी नमी के कारण बुआई कार्य ठप पड़ा है. कई किसानों ने बताया कि बीज की बर्बादी की आशंका बन गयी है. वहीं सब्जी उत्पादक किसानों ने कहा कि लगातार नमी से पौधों में सड़न और फफूंदी रोग का खतरा बढ़ गया है.
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