19.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

1.82 लाख रैयतों की जमाबंदी से मोबाइल व आधार से लिंक

जिले के सभी अंचलों में जमाबंदी रैयतों की जमाबंदियों से उनके मोबाइल एवं आधार नंबर से जोड़ने का कार्य जारी है

खगड़िया.

जिले के सभी अंचलों में जमाबंदी रैयतों की जमाबंदियों से उनके मोबाइल एवं आधार नंबर से जोड़ने का कार्य जारी है. शुरुआत में तो आधार सीडिंग की रफ्तार धीमी थी. लेकिन अब स्थिति बेहतर हुई है. जानकारी के मुताबिक 30 प्रतिशत से अधिक जमाबंदी से मोबाइल व आधार नंबर को जोड़ दिया गया है. इधर अपर समाहर्ता द्वारा जल्द से जल्द यह कार्य पूर्ण कराने के निर्देश सभी सीओ को दिया गया है. बता दें कि सभी अंचलों में करीब 1 लाख 83 हजार जमाबंदी रैयत/वंशजों के मोबाइल एवं आधार नंबर को उनकी जमाबंदी से लिंक कर दिया गया है. संयुक्त जमाबंदी की स्थिति में स्वैच्छिक आधार पर रैयतों की सूचना दर्ज होगी.

खगड़िया एवं अलौली में सर्वाधिक जमाबंदी हुआ आधार से लिंक

विभागीय आंकड़े के मुताबिक खगड़िया अंचल में सर्वाधिक 53 हजार 451 जमाबंदी रैयतों के मोबाइल एवं आधार नंबर को उनकी जमाबंदी से जोड़ा गया है. वहीं अलौली अंचल के 31 हजार 823, बेलदौर अंचल में 28 हजार 707, गोगरी अंचल के 25 हजार 149,परबत्ता अंचल के 21 हजार 405,चौथम अंचल के 14 हजार 681 व मानसी अंचल के 7 हजार 748 जमाबंदी रैयतों की जमाबंदी से उनके मोबाइल एवं आधार नंबर को लिंक कर दिया गया है. जमाबंदी में मोबाइल व आधार नंबर का फायदा यह होगा कि असली जमीन मालिक की पहचान करना आसान हो जायेगा.

जमाबंदी के साथ रुकेगी छेड़छाड़

जमाबंदी से रैयत के आधार व मोबाइल नंबर जुड़ जाने के बाद जमीन से संबंधित होने वाले फर्जीबाड़े पर रोक लग जाएगी. रैयतों के जमीन की बिक्री होने पर उसकी जमाबंदी से घटाई गयी. जमीन की जानकारी एसएमएस के जरिये उनके मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी. उल्लेखनीय है इस जिले में जमीन विवाद हमेशा से चरम पर रहा है. जमीन रजिस्ट्री में धांधली एवं जमाबंदी के साथ छेड़छाड़ भी खूब होता रहा है. जानकार बताते हैं कि इससे जमाबंदी के साथ छेड़छाड़ रुकेगी. वहीं इस व्यवस्था से रैयतों की संपत्ति का भी आंकलन आसानी से हो पाएगा. गौरतलब है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा रैयतों के हित में जमाबंदी से आधार एवं मोबाइल नंबर को जोड़ने का निर्णय लिया है. ताकि कार्य में पारदर्शिता लाई जाए तथा गड़बड़ी पर पूर्णतः विराम लगाई जाये.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel