खगड़िया. गांव स्तर पर संचालित सिंचाई योजनाओं का आकलन किया जा रहा है. जिला जन संपर्क पदाधिकारी कौशिकी ने बताया कि भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन नदी विकास व गंगा संरक्षण विभाग तथा बिहार सरकार के अर्थ व सांख्यिकी निदेशालय के मार्गदर्शन में सातवीं लघु सिंचाई गणना, द्वितीय जल निकाय गणना व प्रथम स्प्रिंग्स गणना (2023-24) का कार्य प्रारंभ किया गया है. इस गणना का उद्देश्य ग्राम स्तर पर संचालित सिंचाई योजनाओं की वास्तविक स्थिति, उनकी संख्या, स्वामित्व, ऊर्जा व वित्तीय स्रोत, सिंचित क्षेत्र आदि से संबंधित आंकड़ों का संकलन व विश्लेषण करना है. इससे राज्य सरकार को कृषि व भूमि विकास से संबंधित नीतियों और योजनाओं के निर्माण में उपयोगी डाटाबेस प्राप्त होगा. वर्तमान में बिहार सरकार द्वारा सात निश्चय पार्ट-2 अंतर्गत “हर खेत तक सिंचाई का पानी” योजना व चौथा कृषि रोडमैप जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है. इन योजनाओं की सफलता काफी हद तक लघु सिंचाई गणना व जल निकाय गणना से प्राप्त आंकड़ों पर निर्भर करेगी. विशेष रूप से यह गणना कार्य पेपरलेस मोबाइल ऐप के माध्यम से कराया जा रहा है. जिला स्तरीय प्रशिक्षण के साथ अनुमंडल स्तर पर भी प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है. जिसमें 34 प्रगणक व 12 पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में संपूर्ण क्षेत्रीय गणना कार्य सितंबर 2025 तक पूरा किया जायेगा.
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