खगड़िया : दिल्ली से आये कुलदीप जी महाराज ने सत्संग समारोह में कहा कि हम संवरेंगे तो दुनिया अपने आप संवर जायेगी. गुरुवार को स्थानीय रेडक्रास सभागा में उन्होंने कहा कि दूसरों की सेवा करने से ही मानव जीवन में खुशहाली आती है. उन्होंने कहा कि आदिकाल में भी सभी देवता एक दूसरे को श्रेष्ठ गुरु की संज्ञा देते थे. भगवान राम भी शिव के भक्त थे और रावण भी शिव के परम भक्त थे, लेकिन न्याय के रास्ते पर चलने वाले भगवान राम के हाथों अन्याय का रास्ता अपनाने वाले रावण का अंत हो गया.
उन्होंने कहा कि ईश्वर सभी मानवों का भला चाहते है. विश्व में अमन चैन का पैगाम विभिन्न मत के अनुयायी के द्वारा दिया जा रहा है. आम लोगों को सच्चे मार्ग पर चलने की जरूरत है. तभी उन्हें सच्चे मार्ग का बोध होगा. सत्संग सभा में सबसे पहले आचार्य कुलदीप महाराज की आरती के साथ संगीत प्रस्तुत किया गया. वहीं महाराज जी के द्वारा प्रवचन आरंभ किया गया. सत्संग समारोह के सफल संचालन के लिए स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं को लगाया गया था. इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.