31.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दूषित जल पीने को विवश

समस्या. गोरैयाबथान गांव के सूख गये सैकड़ों चापाकल पंचायतों में लगाये गये मिनी जलापूर्ति प्लांट हो रहे नकारा साबित जल स्तर नीचे जाने के कारण जल के लिए तरस रहे हैं लोग गोगरी : एक ओर जहां जिले का जलस्तर काफी नीचे हो जाने से क्षेत्र के सैकड़ों चापाकल सूख गये हैं. वहीं अनुमंडल क्षेत्र […]

समस्या. गोरैयाबथान गांव के सूख गये सैकड़ों चापाकल

पंचायतों में लगाये गये मिनी जलापूर्ति प्लांट हो रहे नकारा साबित
जल स्तर नीचे जाने के कारण जल के लिए तरस रहे हैं लोग
गोगरी : एक ओर जहां जिले का जलस्तर काफी नीचे हो जाने से क्षेत्र के सैकड़ों चापाकल सूख गये हैं. वहीं अनुमंडल क्षेत्र में लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए लगाये गये जलापूर्ति योजनाओं का लाभ भी अधिकारियों की लापरवाही से नसीब नहीं हो रहा है. इस क्षेत्र के अधिकांश जल स्त्रोतों में आयरन, आर्सेनिक, फ्लोराइड नाइट्रोजन आदि हानिकारक तत्वों की प्रचुरता है और लोग शुद्ध पेयजल के अभाव के कारण इसी दूषित जल का उपयोग कर रहे हैं, जिसका उदाहरण गोरैयाबथान गांव भी है. वहीं विभागीय स्तर पर लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने की योजना सिर्फ पंजियों पर सही रूप में चल रहा है. पीएचइडी विभाग द्वारा क्षेत्र में लगाये गये आयरन रिमुभवल प्लांट बेकार हो चुके हैं.
वहीं पंचायत स्तर पर जलापूर्ति योजना के तहत लगाये गये मिनी जल आपूर्ति प्लांट का भी बुरा हाल है, जो लोगों के लिए सिर्फ हाथी का दांत ही सबित हो रहा है. इसका उदाहरण क्षेत्र के दक्षिणी जमालपुर पंचायत के गोरैयाबथान गांव में देखा जा सकता है, जहां सोलर द्वारा संचालित मीनी जलापूर्ति प्लांट होने के बावजूद हजारों की आबादी वाले गांव के लोग दूषित जल पीने को विवश हैं. जानकारी के अनुसार यहां वर्ष 2011-12 में जलापूर्ति योजना के तहत विभागीय स्तर पर मिनी जलापूर्ति प्लांट लगाया गया तथा गांव में जल पाइप लगा कर जल आपूर्ति आरंभ की गयी. तब गांव के लोगों में काफी खुशी थी की उन्हे अब दूषित जल पीने की मजबूरी नहीं रहेगी,
लेकिन उनकी यह खुशी माह दो माह के अंदर हीं गायब होने लगी तथा देखरेख के अभाव में एक सोलर प्लेट की भी चोरी हो गयी. जिससे प्लांट में गड़बड़ी आने लगी और जलापूर्ति ठप होने लगी. वर्तमान में यह प्लांट जैसे तैसे संचालित तो है, लेकिन गांव के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. संवेदक द्वारा जैसे तैसे कार्य कर तत्काल जल आपूर्ति आरंभ तो की गयी, लेकिन गुणवत्ता विहीन कार्य होने के कारण कहीं पानी नहीं पहुंच पाती तो कहीं लीकेज आदि के कारण जल में गंदगी होती है. जिसे शिकायत के बाद भी ठीक नहीं किया जा रहा है.
ग्रामीण सुधीर यादव कहते हैं कि अगर जल्द से जल्द मिनी जलापूर्ति प्लांट से शुद्ध जल की सप्लाई नहीं की गयी तो ग्रामीणों के द्वारा आंदोलन किया जायेगा. हमारे गांव में पूर्व में कई लोग दूषित जल पीकर विकलांगता के शिकार हो चुके हैं. प्लांट से प्रदूषण मुक्त जल सप्लाई होने कम से कम लोगों को शुद्ध जल तो मिल जाता.
इंटर आट‍्र्स : खगड़िया जिला के टॉप पंद्रह छात्रों की सूची
रोल नंबर छात्र का नाम कॉलेज प्राप्तांक
30116 कृिर्त भारती शारदा जीके कॉलेज, महेशखूंट, खगड़िया 408
30018 तसनीम तहां जेएनकेटी प्लस टू स्कूल , खगड़िया 395
30200 सुमन कुमारी डीएनआरके इंटर स्कूल, बासा कोयला 378
30095 मनीषा कुमारी आर लाल इंटर कॉलेज, खगड़िया 374
30505 अरवालाल सदा शारदा जीके कॉलेज, महेशखूंट, खगड़िया 374
30315 रजनी कुमारी शारदा जीके कॉलेज, महेशखूंट, खगड़िया 371
30102 महीमा प्रकाश महिला कॉलेज , खगड़िया 368
30156 रूपा कुमारी डीएनआरके इंटर स्कूल, बासा कोयला 367
30101 नेहा भारती आर लाल इंटर कॉलेज, खगड़िया 364
30021 स्नेहा िसन्हा प्लस टू लालू बाबू गर्ल हाइस्कूल , खगड़िया 364
30314 राज कुमारी शारदा जीके कॉलेज, महेशखूंट, खगड़िया 362
30121 खुशबू खातून शारदा जीके कॉलेज, महेशखूंट, खगड़िया 361
30082 ममता भारती आर लाल इंटर कॉलेज, खगड़िया 361
30043 खुशबू कुमारी एमएस कॉलेज, अलौली सोनीहार, खगड़िया 357
30621 सरताज आलम शारदा जीके कॉलेज, महेशखूंट, खगड़िया 356

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें