– तीन दिन में महज 39 छात्र- छात्राओं को पाया नामांकन कटिहार डीएस कॉलेज में हो रहे स्नातक चार वर्षीय पाठ्यक्रम सत्र 2025-29 प्रथम सेमेस्टर में जटिल प्रक्रिया की वजह से नामांकन काफी धीमा गति से हो रहा है. नामांकन के तीसरे दिन महज 39 छात्र- छात्राओं का नामांकन हो पाया है. मालूम हो कि विवि द्वारा नामांकन को लेकर 16 से 22 जुलाई निर्धारित किया गया है. पहले दिन छात्र- छात्राओं की मेरिट लिस्ट विलम्ब से भेजे जाने की वजह से नामांकन प्रक्रिया आरम्भ नहीं हो पाया. दूसरे दिन एक भी छात्र- छात्राओं का नामांकन नहीं हो सका. नामांकन कराने आये कई छात्रों की माने तो दिन भर छात्र- छात्राएं नामांकन को लेकर कागजातों को सत्यापन कराने में दिर भर बीत गया. सत्यापन को लेकर काउंटर नम्बर एक से तीन पर सभी दस्तावेजों की दो फाेटो कॉपी तथा एसएलसी, सीएलसी का मूल प्रमाण पत्र जमा लिया जा रहा है. सत्यापन के बाद छात्र- छात्राओं का अपना नामांकन शुल्क महाविद्यालय के वेबसाइट पर जमा करना पड़ रहा है. नामांकन शुल्क की रसीद की दो प्रतियां महाविद्यालय के काउंटर नम्बर चार, पांच पर जमा करना पड़ रहा है. नामांकन रसीद जमा नहीं होने की स्थिति में नामांकन स्वत: रद्द समझा जा रहा है. मालूम हाे कि एससी, एसटी एवं सभी वर्ग की छात्राओं का नामांकन नि:शुल्क लिया जा रहा है. शुक्रवार को कई छात्र- छात्राओं का कहना था कि छात्रों की भीड़ के मददेनजर व्यवस्था सुढृढ नहीं किये जाने की वजह से चिलचिलाती धूप में रहकर कार्य कराने की मजबूरी बनी रही. इस दौरान कितने बार मारपीट की नौबत आने की वजह से कई छात्राएं बिना नामांकन कराये वैरंग लौटने को विवश हो गयी. इन कागजातों का सत्यापन जरूरी डीएस कॉलेज के अतिरिक्त प्रभार में रहे प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिंह ने बताया कि विवि के निर्देश पर यूएमआईएस द्वारा निर्गमित नामांकन ऑफर लेटर और अप्लीकेशन फॉर्म, दसवीं की माकशीट की छायाप्रति, 12वीं की मार्कशीट की छायाप्रति, 12वीं की प्रवेश पत्र की छायाप्रति, एसएलसी, सीएलसी,टीसी का मूल प्रति, आधार कार्ड की छायाप्रति, जाति प्रमाण पत्र यदि लागू हो, दो पासपोर्ट जो नामांकन के समय दिया गया है. दसवीं की मार्कशीट की मूलप्रति, 12वीं की मार्कशीट की मूल प्रति एवं जाति प्रमाण पत्र सत्यापन को लाना अनिवार्य बताया गया है.
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