सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों, स्कलों, कॉलेज, कोचिंग में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. हर कोई अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थान खोज रहे थे. कोचिंग, स्कूल में पढ़ने आयी छात्रएं भय से कांप गयी. दरअसल, एका-एक आये भूकंप के झटके का एहसास होते ही लोग घर, ऑफिस छोड़ कर खुले मैदान व सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे. शहर में इस कदर अफरा-तफरी मची कि अधिकांश लोग व दुकानदार, व्यवसायी बीच सड़क पर आकर भूकंप के झटके समाप्त होने का इंतजार करने लगे. झटका इतना तेज था कि लोग अनहोनी से डर रहे थे. हालांकि उस तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई. लोगों ने तब जाकर राहत की सांस ली.
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जान बचाने खोज रहे थे सुरक्षित जगह
कटिहार: जिले में शनिवार के पूर्वाह्न 11.45 बजे भूकंप का पहला तेज झटका तथा दूसरा दोपहर 12.20 बजे तेज झटके ने लोगों को हिला कर रख दिया. लोगों में दहशत व खौफ साफ नजर आ रहा था. जो जहां थे वही ठहर गये. लोग अपनों का कुशल-छेम लेने के लिए मोबाइल पर जुट गये. लेकिन […]
कटिहार: जिले में शनिवार के पूर्वाह्न 11.45 बजे भूकंप का पहला तेज झटका तथा दूसरा दोपहर 12.20 बजे तेज झटके ने लोगों को हिला कर रख दिया. लोगों में दहशत व खौफ साफ नजर आ रहा था. जो जहां थे वही ठहर गये. लोग अपनों का कुशल-छेम लेने के लिए मोबाइल पर जुट गये. लेकिन इस दौरान लोगों को निराशा ही हाथ लगी. नेटवर्क काम नहीं करने की वजह से अपनों का हाल जानने से भी वंचित रह गये.
शहर की यह रही स्थिति
शहर में बड़ी-बड़ी इमारतें होने की वजह से भूकंप के झटके पहली बार महसूस होने के बाद काफी दहशत में आ गये. लोग एक बार सोचने को विवश हो गये कि आखिर वे कहां जाये जो सुरक्षित रहेंगे. चूंकि संकरी गली में भी बड़ी तादाद में भवन, दुकान बने हुए हैं. वैसे जगहों के लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित होकर खुले मैदान में भागे. शहर के शहीद चौक पर सबसे अधिक लोगों की भीड़ देखी गयी, जबकि मंगलबाजार को दुकानदारों में अफरा-तफरी रही. यह स्थिति घंटों तक बनी रही. चूंकि दूसरा झटका दोपहर करीब 12.20 बजे आयी इससे लोग और सहम गये कि कही और झटका से सामना नहीं करना पड़े. इधर, शिव मंदिर चौक पर भी दुकानदारों, कोचिंग संस्थानों, आमलोगों, राहगीरों में बेचैनी की स्थिति देखने को मिली, जबकि बड़ा बाजार, पानी टंकी चौक, न्यू मार्केट, जीआरपी चौक, मिरचाईबाड़ी सहित शहर के अन्य हिस्सों में सड़कों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी
तेज भूकंप आने के बाद रेलवे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. भूकंप के कारण ही गोशाला फाटक के पास ट्रैक से गुजर रही मालगाड़ी बेपटरी हो गयी. मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गया, जबकि गार्ड का डिब्बा पटरी छोड़ कर पूरी तरह से सड़क पर आ गया. इससे वहां अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. इस दौरान मालगाड़ी की चपेट में आने से एक ट्रैक्टर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. इधर रेलवे स्टेशन पर लोग डरे सहमे खुले आसमान तले घंटों रहने को विवश हुए.
कोचिंग व स्कूल में अफरा-तफरी
भूकंप का झटका महसूस करने के बाद शहर में स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थानों में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. शिव मंदिर चौक पर अवस्थित कोचिंग के सभी छात्र-छात्रएं व शिक्षक बाहर निकल आये और सुरक्षित स्थान तलाशने लगे. इस दौरान छात्र-छात्रएं सहमी हुई थीं. बाद में भूकंप शांत होने पर बच्चे शांत होकर अपने घर को वापस लौटे. भूकंप के झटके बाद सभी स्कूल, कॉलेज व कोचिंग बंद कर दिये गये.
मोबाइल सेवा ठप
भूकंप आने के बाद जिले में मोबाइल सेवा पूरी तरह से ठप हो गयी. लोग अपने परिजनों का कुशल क्षेम भी पूछने से वंचित हो गये. इससे लोगों का गुस्सा बढ़ गया था. लोगों का कहना था ऐसे समय में सभी नेटवर्क बंद होने से स्थिति और बिगड़ने का खतरा रहता है. बीएसएनएल, एयरटेल, वोडा, एयरसेल, यूनिनॉर सहित अन्य सभी मोबाइल सीम ने काम करना बंद कर दिया था. यह स्थिति घंटों तक बनी रही.
बिजली आपूर्ति बाधित
बिजली आपूर्ति भूकंप के झटके साथ बंद कर दी गयी. यह अच्छा रहा. क्योंकि भूकंप से तार, पोल गिरने का खतरा रहता है.
एस कोर्ट के भवन में पड़ी दरार
कोर्ट परिसर में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद पूरी अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. जिसे जिधर मिला वे उधर भागने को विवश हो गये. दरअसल कोर्ट में जिले के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग अपने मुकदमों को लेकर आते हैं. जज, अधिवक्ता, कर्मचारी व दूसरे लोग खुले में एक जगह एकत्रित हो गये. भूकंप के झटके से कोर्ट परिसर में एक वर्ष पूर्व ही बने एक कोर्ट के बिल्डिंग के आगे व पीछे दरार आ गया है. इस पर अधिवक्ताओं ने कहा कि काम गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने के कारण यह स्थिति हुई है.
अधिकारी निकल पड़े बाहर
भूकंप का झटका जैसे ही महसूस हुआ समाहरणालय में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. डीएम प्रकाश कुमार, एसपी छत्रनील सिंह सहित तमाम पदाधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने चैंबर से निकल कर खुले मैदान में आ गये. वही विभिन्न कार्यो से आये लोग भी समाहरणालय बिल्ंिडग से बाहर निकल आये. दरअसल, डीएम पहली तल तथा एसपी का दूसरे तल पर ऑफिस है. जैसे ही भूकंप के झटके महसूस किये गये आनन-फानन में सभी नीचे उतरे वे काफी देर तक वहां रहे. पुन: दूसरा झटका आने पर यही स्थिति देखने को मिली. कमोवेश यह स्थिति विकास भवन, अनुमंडल कार्यालय, प्रखंड कार्यालय सहित अन्य सरकारी कार्यालयों में देखने को मिला.
सिनेमा घरों में मची भगदड़
शहर के शहीद चौक स्थित वसंत टॉकिज, मंगलबाजार स्थित श्यामा टॉकिज, न्यू मार्केट स्थित प्रकाश टॉकिज में भूकंप आने के बाद स्थिति काफी भयावह हो गयी. सिनेमा देखने गये लोग अपनी जान बचा कर भागने लगे. हालांकि इसके बाद स्थिति शांत हो गयी.
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