बिहार के गोपालगंज से अभी बड़ी खबर आ रही है. नेपाल से देवघर जा रहे कंवारियों का बस हादसे का शिकार हो गया है. जिसमें करीब 40 से ज्यादा कांवरिया जख्मी हो गए हैं. जबकि 7 की हालत गंभीर है. उन्हें पटना के पीएमसीएच में रेफर किया गया है. यह घटना कुचायकोट थाना क्षेत्र के भोपतापुर के पास एनएच-27 की है. बस में सवार सभी कांवरिया नेपाल के सोनौली बॉर्डर के रहनेवाले हैं. घायल कांवरियों को इलाज के लिए कुचायकोट CHC और सदर अस्पताल में लाया गया है.
जख्मी में सात कांवरियों की हालत गंभीर है. हादसे की वजह तो अभी नहीं पता चला है. लेकिन, स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएच-27 पर ट्रकों की अवैध पार्किंग और बस चालक को निंद की झपकी हादसे का एक कारण हो सकता है. आस पास के लोगों का कहना है कि बस में 56 कांवरिया सवार थे. जो नेपाल से बाबा धाम जा रहे थे. भोपतापुर के पास एनएच-27 पर पहले से ट्रक खड़ी थी. उसी ट्रक में कांवरियों से भरी बस ने पीछे से टक्कर मार दी.हादसे के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस पहुंच चुकी है.घायल कांवरियों को अस्पताल में लाया जा रहा है.
हादसे में बस में सवार 56 में 40 से ज्यादा कांवरिया घायल हो गए हैं. इनमें महेश विश्वकर्मा, इंद्रावती सहनी, कलावती देवी, शनिचरा देवी, दुसही देवी, रामपति देवी, जगदीश चंद, तारामती देवी, बासपति देवी, दीनानाथ गुप्ता, इंद्रावती देवी, राजकुमारी देवी, राधेश्याम, प्रहलाद, तिरथ केवट, राजेश त्रिपाठी, छोटेलाल सहनी, प्रेमा देवी आदि शामिल हैं….ये सभी घायल नेपाल के सोनौली बॉर्डर, नौतनवा, भैरहवां, लुम्बनी आदि इलाके के रहनेवाले बताये गये हैं
गोपालगंज में कावंरियों से भरी बस दुर्घटना होने के बाद घायलों की ईलाज में सदर अस्पताल की लापरवाही सामने आई है.इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे कांवरियों को समूचित ईलाज नहीं मिल पा रहा है. डॉक्टर का चेंबर खाली पड़ा है तो स्वास्थ्यकर्मी भी नदारद हैं.ऐसे में घायल कांवरियां दर्द से कराह रहे हैं औार उनका ईलाज भगवान भरोसे है. घायल कावंरियों का आरोप है कि सदर अस्पताल में इलाज के लिए एंबुलेंस से लाया गया. जहां बैंडेज-पट्टी करके इंजेक्शन लगाकर छोड़ दिया गया.