चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में थमा चुनावी शोर चैनपुर. विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार रविवार की शाम पांच बजे औपचारिक रूप से समाप्त हो गया. प्रचार समाप्त होते ही चैनपुर विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे जिले में चुनावी शोरगुल भी थम गया. बीते एक महीने से गूंज रहे लाउडस्पीकरों और वाहनों पर लगे भोपूओं की आवाज अचानक शांत हो जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है. अब प्रत्याशियों के साथ-साथ उनके समर्थक भी मतदाताओं की प्रतिक्रिया के इंतजार में हैं. पिछले एक महीने में चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी माहौल चरम पर रहा. जिले में प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी है. भाजपा और एनडीए गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजनाथ सिंह, मनोज तिवारी और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सभाएं कर जनता से अपने पक्ष में वोट मांगे. वहीं, महागठबंधन की ओर से पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कई जनसभाओं को संबोधित कर सरकार की नीतियों पर हमला बोला और परिवर्तन का आह्वान किया. बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी जिले में पहुंचकर अपने प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने की पूरी कोशिश की. चैनपुर विधानसभा में हर दल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. रोड शो, नुक्कड़ सभाएं और जनसंपर्क कार्यक्रमों के जरिए मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी. उम्मीदवार घर-घर जाकर मतदाताओं से समर्थन की अपील करते नजर आये. युवा मतदाताओं को साधने के लिए सोशल मीडिया का भी व्यापक उपयोग किया गया. अब जब प्रचार का शोर थम गया है, प्रशासन द्वारा भी मतदान की सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है. प्रचार समाप्त होने के साथ ही अब प्रत्याशियों के दिलों की धड़कनें तेज हो गयी हैं. अब मतदाताओं के फैसले पर निर्भर है. किस प्रत्याशी को जनता अपना प्रतिनिधि चुनेगी, यह 11 नवंबर को होने वाले मतदान और 14 नवम्बर को मतगणना के परिणाम के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा.
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