निर्माण के दौरान 11 हजार मेनलाइन का तार-पोल गिरने का मामला
लगभग नौ घंटे बाधित रही बिजली, विभाग को ढाई लाख रुपये का हुआ नुकसान
भभुआ शहर.
जिले में भारत माला परियोजना के तहत हो रहे वाराणसी- कोलकाता एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में चार दिसंबर को पीएनसी कंपनी की ओर से कराये जा रहे काम के दौरान बिजली विभाग की पूर्व स खींचे गये रामपुर प्रखंड के ठकुरहट गांव के निकट नहर की पूरब तरफ चौरसिया फीडर के 11 हजार केवी के तार और पोल कंपनी की डंपरों की टक्कर से गिर गया. यह घटना चार दिसंबर की शाम लगभग पांच बजे घटी. जिसकी जानकारी विभाग को अगले दिन क्षेत्रीय कर्मियों ने पेट्रोलिंग के दौरान दी. इधर, 11 हजार केवी का तार पोल क्षतिग्रस्त होने से रामपुर प्रखंड के विभिन्न इलाकों में लगभग नौ घंटे बिजली आपूर्ति भी बाधित रही. जिसके कारण आमजनों से लेकर दुकानदार, छात्र, कोचिंग संस्थान और अस्पताल जैसी आवश्यक सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित रही. विभाग को इसके मरम्मत कार्य में भी काफी समय देने के साथ- साथ परेशानी का भी सामना करना पड़ा. अब इस मामले को लेकर विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल, भभुआ (शहरी) के सहायक विद्युत अभियंता राकेश प्रभाकर ने थानाध्यक्ष करमचट सबार को आवेदन देकर उक्त मामले को गंभीर लापरवाही बताते हुए भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 139 और 140 के तहत कार्रवाई की मांग की है. विभाग ने पुलिस से अनुरोध की है कि संबंधित कार्य एजेंसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. आवेदन में कंपनी ने क्षतिग्रस्त किये गये तार पोल से साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को हुए लगभग ढाई लाख रुपये के नुकसान का भी जिक्र किया है. सहायक विद्युत अभियंता ने बताया कि मामले में थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

