सोनो. प्रखंड मुख्यालय सोनो में इन दिनों पेयजल संकट गहराता जा रहा है. भू जल स्तर काफी नीचे जा चुका है. कई वार्डों में नल जल योजना से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है, तो पीएचईडी की ओर से लगाये गये पंप भी कुछ दिनों से बंद है. लिहाजा पेयजल की घोर किल्लत से लोग परेशान हैं. गुरुवार को वार्ड संख्या एक से छह तक जल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. दर्जनों महिला-पुरुष बाल्टी, तसला और बर्तन लेकर प्रखंड कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया. पीएचईडी और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर पेयजल आपूर्ति बहाल करने की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि पीएचईडी की लापरवाही से नल-जल योजना का फायदा नहीं मिल पा रहा है. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत बने जलापूर्ति प्लांट का काम कई जगह अधूरा है. चंदन कुमार, सूरज रावत, राजू मंडल, मंजू देवी, संगीता देवी, रूबी देवी सहित अन्य ने कहा कि पानी के लिए लोग परेशान हैं. 18 जून को पीएचईडी पंप हाउस के पंप चालक का प्रतिनियोजन पटना कर दिया गया और उनके स्थान पर अभी तक किसी कर्मी नहीं भेजा गया, इस कारण पंप बंद है. पंप हाउस में ताला लटका है और लोग पानी के लिए भटक रहे हैं. बीडीओ की अनुपस्थिति में अंचलाधिकारी सुमित कुमार आशीष ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से बात की और उनकी समस्याओं के समाधान हेतु प्रयास का भरोसा दिया. उन्होंने पीएचईडी के कनीय अभियंता से फोन पर बात कराई. स्थानीय निवासी विगुल राय, उमेश मंडल, विजय साव, रियाज अंसारी सहित कई लोगों ने कहा कि पानी जीवन के लिए बेहद अहम है यदि इसका जल्द स्थायी समाधान नहीं हुआ तो हम लोग आंदोलन को मजबूर होंगे. वहीं पीएचईडी के कनीय अभियंता रिंकू राज ने वैकल्पिक व्यवस्था कर पानी आपूर्ति बहाल करने के प्रयास की बात बताया.
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