खैरा. प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को तीज का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया गया. मौके पर सुहागिनों ने निर्जला उपवास रखा और अपने पति की लंबी उम्र तथा सुहाग की सलामती की कामना की. तीज पर्व के लिए सोमवार को महिलाओं ने नहाय-खाय की परंपरा निभायी थी. इस दौरान उन्होंने नदी और जलाशयों में स्नान कर चावल, चना दाल और कद्दू का प्रसाद तैयार कर ग्रहण किया था. पर्व को लेकर सोमवार और मंगलवार को स्थानीय बाजारों में भारी भीड़ देखी गयी. महिलाओं ने नए कपड़े, चूड़ी और शृंगार सामग्री की खरीदारी की. तीज से पहले मेहंदी की दुकानों पर भी काफी रौनक रही और महिलाओं ने उत्साहपूर्वक हाथों में मेहंदी सजायी. खासकर नवविवाहित महिलाओं में इस पर्व को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिला. परंपरा के अनुसार, नवविवाहिताएं अपने मायके आकर ही यह व्रत करती हैं और पूरे रीति-रिवाज के साथ पर्व मनाती हैं. तीज के दिन महिलाओं ने विशेष शृंगार कर मां गौरी व भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की. इस दौरान परंपरा के मुताबिक महिलाएं नदी किनारे की मिट्टी लाकर प्रतिमा बनाती हैं और पूरी निष्ठा के साथ पूजा करती हैं. देर शाम तक गांव-गांव में तीज की धूम देखी गई और महिलाएं सामूहिक रूप से गीत गाते हुए उत्सव का आनंद लेती रहीं. तीज पर्व ने पूरे इलाके में धार्मिक आस्था और उल्लास का माहौल बना दिया.
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