जमुई . स्वास्थ्य मंत्री जमुई में और सदर अस्पताल की व्यवस्था पहले की भांति पीड़ादायी. दरअसल, सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जमुई पहुंचे थे. इसी समय सदर अस्पताल में इमरजेंसी मरीज को फिर स्ट्रेचर नहीं मिलता है. दस दिनों के अंदर चौथी बार इमरजेंसी मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला है. जिले के मलयपुर थाना क्षेत्र के मलयपुर निवासी किशोर राव अपनी पत्नी सीता देवी को तेज बुखार आने के बाद गंभीर स्थिति में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. लगभग आधे घंटे तक इमरजेंसी कक्ष के समीप परिजन मरीज के लिए स्ट्रेचर ढूंढ़ते रहे, लेकिन स्ट्रेचर नहीं मिलने पर मरीज को गोद में उठाकर इमरजेंसी कक्ष लाया गया. इमरजेंसी में चिकित्सक ने मरीज को ब्लड जांच कराने के लिए लिखा. लापरवाही का आलम पीड़ा की विडंबना बन गया और परिजन फिर मरीज को गोद में उठाकर सदर अस्पताल के जांच घर तक ले गया.
कहते हैं उपाधीक्षक
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि सदर अस्पताल में स्ट्रेचर की कमी नहीं है. पुरुष मानव बल की कमी है. इस कारण इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है. उन्होंने बताया कि जब से जीविका समूह ने सदर अस्पताल में साफ-सफाई का कार्यभार संभाला है तब से यह समस्या उत्पन्न हो रही है. क्योंकि जीविका दीदी से साफ-सफाई का कार्य करवाया तो जा रहा है, लेकिन नाले की सफाई व अस्पताल की छज्जे की साफ-सफाई के साथ स्ट्रेचर को सही जगह पर रख-रखाव का कार्य नहीं हो पा रहा है. डीएस डॉ अहमद ने बताया कि पत्र के माध्यम से जीविका के पदाधिकारियों से पुरुष मानव बल की मांग की गयी है. पुरुष मानव बल प्रतिनियुक्त होते ही इन सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा.
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