अलीगंज . सरकार के निर्देश पर चलाये जा रहे राजस्व महा-अभियान के तहत सोमवार को अलीगंज प्रखंड क्षेत्र में भूमि अभिलेखों के सुधार का कार्य ज़ोर-शोर से शुरू हुआ. जानकारी देते हुए सीओ रंजन कुमार दिवाकर ने बताया कि राजस्व विभाग की टीम ने पंचायतों में डोर-टू-डोर जाकर रैयतों को जमाबंदी पंजी की प्रति प्रदान की और सुधार संबंधी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सोमवार को प्रखंड के तेरह मौजा में कुल 1126 जमाबंदी पर्चे वितरित किये गये. उन्होंने कहा कि यह अभियान 16 अगस्त से 20 सितंबर 2025 तक चलेगा. इसका उद्देश्य है – भूमि अभिलेखों की अशुद्धियों को दूर करना, उत्तराधिकार एवं बंटवारा नामांतरण की प्रक्रिया को सरल बनाना और छूटे हुए अभिलेखों को डिजिटलाइज्ड करना. राजस्व महा-अभियान का मूल उद्देश्य जमीन के कागज में सुधार करना है. इस अभियान में नाम, खाता, खेसरा, रकबा, लगान संबंधी त्रुटियों का सुधार, उत्तराधिकार और बंटवारा नामांतरण, ऑफलाइन से ऑनलाइन जमाबंदी में रूपांतरण पंचायत स्तर पर विशेष शिविर लगाकर किया जायेगा. राजस्व विभाग की द्वि-सदस्यीय टीम रैयतों के घर जाकर विहित प्रपत्र और ऑनलाइन जमाबंदी की प्रति वितरित कर रही है. रैयतों से आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन लेकर उसे विशेष शिविरों में ऑनलाइन प्रविष्ट किया जायेगा. उन्होंने भूमि धारकों से अपील करते हपए कहा है कि अभियान के शिविरों में भाग लें, अपने भूमि अभिलेखों को जांचें और आवश्यक सुधार कराएं. यह अभियान न केवल अभिलेखों को त्रुटिरहित एवं पारदर्शी बनायेगा, बल्कि भविष्य में उत्पन्न होने वाले विवादों और कानूनी झंझटों से भी राहत दिलायेगा. इसे लेकर प्रत्येक पंचायत में शिविर लगाया जायेगा और घर-घर जाकर सूचना देते हुए ऑन-स्पॉट मिलेगा सुधार का अवसर दिया जायेगा. राजस्व महा-अभियान को लेकर प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है और रैयतों से अधिक से अधिक भागीदारी की अपील की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

