झाझा . प्रखंड क्षेत्र की हथिया पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय हथिया इन दिनों अस्तित्व के संकट से जूझ रहा है. गांव के ही अरुण विजय नामक एक व्यक्ति ने विद्यालय की जमीन को निजी संपत्ति बताते हुए विद्यालय में ताला लगा दिया है. इस कारण विद्यालय में शिक्षण कार्य पूरी तरह बाधित हो गया है. विद्यालय में लंबे समय से भूमि विवाद की स्थिति बनी हुई थी. हालांकि वर्तमान में विद्यालय का संचालन वर्तमान में चरघरा गांव स्थित एक सामुदायिक भवन में किया जा रहा है. लेकिन दूरी अधिक होने के कारण बहुत कम छात्र-छात्राएं वहां पहुंच रहे हैं. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कंचन लता ने बताया कि विद्यालय भवन पर जबरन ताला लगा दिया गया है. इस संबंध में वरीय अधिकारियों को लिखित व मौखिक रूप से सूचना दी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि जुलाई माह में ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजकर भवन की जर्जर स्थिति और वर्षा होने पर छत से पानी टपकने की जानकारी दी गयी थी. जिसे देखते हुए चरघरा गांव स्थित सामुदायिक भवन में विद्यालय का संचालन किया जा रहा है. ग्रामीण अरुण विजय ने जमीन को अपनी पुश्तैनी संपत्ति बताते हुए कहा कि विद्यालय जिस जमीन पर संचालित हो रहा है, मेरे तीन हिस्सेदारों की है. उन्होंने बताया कि मेरे पूर्वजों ने सरकार को कोई जमीन दान नहीं दी और न ही विद्यालय के नाम से कोई कागजात दिये गये हैं. वर्तमान में विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के करीब 70 छात्र-छात्रा नामांकित हैं. भवन विवाद और लगातार स्थानांतरण के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. वहीं, शिक्षक-शिक्षिका भी परेशान हैं. विद्यालय के अस्तित्व पर मंडरा रहा संकट अब प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग कर रहा है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विद्यालय में तालाबंदी और विवाद की जानकारी मिली है. इस संबंध में वरीय अधिकारियों को सूचना दी गयी है. वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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