कर्मियों की कमी के कारण विभागीय योजनाओं के कार्यान्वयन और निष्पादन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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कैसे पूरी होंगी योजनाएं समस्या. पथ निर्माण विभाग में कर्मियों की कमी
कर्मियों की कमी के कारण विभागीय योजनाओं के कार्यान्वयन और निष्पादन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जमुई : जिला स्थित राज्य सरकार का अति महत्वपूर्ण कार्यालय पथ निर्माण विभाग वर्तमान समय में कर्मियों की भारी कमी से जूझ रहा है. कर्मियों की कमी के कारण विभागीय योजनाओं के कार्यान्वयन और निष्पादन में […]
जमुई : जिला स्थित राज्य सरकार का अति महत्वपूर्ण कार्यालय पथ निर्माण विभाग वर्तमान समय में कर्मियों की भारी कमी से जूझ रहा है. कर्मियों की कमी के कारण विभागीय योजनाओं के कार्यान्वयन और निष्पादन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कर्मियों की माने तो विभाग के पास अपना भवन तो जरुर है.
लेकिन कर्मियों की भारी किल्लत है, कर्मियों की कमी के कारण न केवल विभागीय कार्य प्रभावित होता है बल्कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को ससमय सरजमीन पर उतारने में भी कठिनाई होती है. वर्तमान समय में विभाग में सहायक अभियंता के तीन पद में से दो, कनीय अभियंता के नौ पद में से चार नियमित कनीय अभियंता और दो संविदा पर नियुक्त कनीय अभियंता कार्यरत हैं. इसके अलावे लेखा लिपिक के 6 में से तीन और पत्राचार लिपिक के भी 6 में से 4 पद खाली हैं.
जिसके कारण तकनीकी और गैर तकनीकी कार्यों का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो पाता है. वर्ष 1974 से जिला में पथ निर्माण विभाग का कार्यालय संचालित है और वर्तमान डीएम आवास भी पथ निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में स्थित है. वर्तमान समय में विभाग में लगभग 1 अरब की योजना संचालित है.
विभाग के वरीय अधिकारियों को कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए लिखित सूचना दी गयी है. लेकिन विभाग द्वारा इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है. जिसके कारण कार्यों के निष्पादन में परेशानी होती है.
उमाशंकर प्रसाद, कार्यपालक अभियंता, जमुई.
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