वैशाली. करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से अभिषेक पुष्करणी के सौदर्यीकरण का कार्य शुरू हो गया है. इसी वर्ष वैशाली महोत्सव में बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री राजकुमार सिंह ने इसकी घोषणा की थी. इन्होंने कहा था कि वैशाली न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर है. इसका विकास करना सरकार की प्राथमिकता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बौद्ध धर्मग्रंथों में ऐसी मान्यता है कि लिच्छिवी गणराज्य की प्रजा जब प्राकृतिक आपदा से ग्रस्त थी. उस स्थिति में बुलावे पर पहुंचे भगवान बुद्ध ने एक कल्याणकारी सूत्र की रचना की. अभिषेक पुष्करणी से जल लेकर संपूर्ण वैशाली में परिक्रमा एवं सूत्र पाठ किया था, जिसके बाद महामारी रुकी थी. जानकारों की मानें तो इस पुष्करणी में भारत की तमाम नदियों का जल लाकर रखा गया था. इसकी पवित्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए पुष्करणी को लोहे के जाल से ढंककर रखा जाता था.
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