हाजीपुर. जिले के दो रंगकर्मियों, उमेश कुमार निराला और डॉ सुधांशु कुमार चक्रवर्ती को नाट्यमणि रत्न सम्मान से नवाजा गया. साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था कविवर पुरुषार्थ कला मंच, दानापुर कैंट की ओर से एकल नाट्य श्रृंखला आयोजित की गयी. व्यापुर मनेर, पटना में हुए आयोजन में वैशाली जिले के उमेश कुमार निराला ने एकल नाटक ””ऊर्जा संकट”” और डॉ सुधांशु कुमार चक्रवर्ती ने ””सत्ता”” की प्रस्तुति की. उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए इन दोनों कलाकारों को यह सम्मान दिया गया. कैप्टन अनंत विजय सिंह, रूपक कुमार, अधिवक्ता राजीव रंजन एवं व्याख्याता डॉ सकलदेव सिंह ने अंग-वस्त्र, मोमेंटो एवं प्रमाणपत्र देकर उन्हें सम्मानित किया. उमेश कुमार निराला का एकल नाटक ऊर्जा संकट केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर आधारित रहा. नाटक का कथासार है कि बढ़ती आबादी के बीच मनुष्य ने अपने सुख-सुविधा के लिए पर्यावरण को दूषित कर दिया है. आज धरती माता चीख-चीखकर कह रही है, मैं धरती हूं. आज से करोड़ों वर्ष पहले मैं अस्तित्व में आयी. उस समय पर्यावरण मेरे रूप का श्रृंगार था. अब मेरा अस्तित्व खतरे में है. नाटक में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर रोक लगाने और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने का संदेश दिया गया. वहीं, डॉ सुधांशु कुमार चक्रवर्ती के नाटक सत्ता में सूरज से पृथ्वी की उत्पत्ति, पृथ्वी पर बंदर से मानव का विकास, पूर्व पाषाण काल से लेकर कंप्यूटर युग तक मानव सभ्यता का विकास, भूमंडलीकरण एवं बाजारवाद के दौर में अर्थतंत्रीय प्रणाली में मशीन बनते मानव को दर्शाया गया है.
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