बिदुपुर. बिदुपुर चकौसन जिमदारी घाट पर बने पीपापुल पर पिछले लगभग 24 घंटे के भीतर दो अलग-अलग घटनाएं हुई हैं, जिससे पीपापुल की सुरक्षा और उस पर से गुजरने वाले वाहनों के प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. पहली घटना रविवार की देर शाम हुई. तेज आंधी और पानी के तेज बहाव के कारण पीपापुल के दो ड्रम अचानक बह गए. इस घटना से पीपापुल पर आवागमन कई घंटों तक बाधित रहा, जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई. बाद में, युद्धस्तर पर काम कर बहे हुए ड्रमों को वापस जोड़कर देर रात पीपापुल को छोटे वाहनों के लिए पुनः चालू किया जा सका. वहीं, सोमवार की शाम भूसे और गेहूं से लदी एक ओवरलोड पिकअप वैन पुल से गुजरते समय अनियंत्रित हो गयी और पीपापुल की रेलिंग तोड़ती हुई सीधे नारायणी नदी में जा गिरी. इस पिकअप पर चालक के साथ आठ वर्ष का एक बालक भी बैठा था. हादसे के बाद स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े. स्थानीय लोगों की मुस्तैदी के कारण चालक और उस आठ वर्षीय बालक को नदी में डूबने से पहले ही सकुशल बचा लिया गया. इस घटना के बाद पीपापुल पर से गुजरने वाली गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी, जिसमें ज्यादातर भूसे और गेहूं से लदी पिकअप ही थीं. सोमवार को हुई इस दुर्घटना का मुख्य कारण प्रशासनिक उदासीनता को बताया जा रहा है. आरोप है कि गेहूं कटाई के बाद दियारे क्षेत्र से बिदुपुर क्षेत्र के भूसे और गेहूं के कारोबारियों द्वारा ट्रैक्टर और पिकअप के जरिये क्षमता से अधिक लोडिंग की जा रही है.
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