हाजीपुर . सदर अस्पताल, हाजीपुर सहित जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में एक साथ औचक निरीक्षण किया गया. डीएम वर्षा सिंह के निर्देश पर हुए इस निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि बढ़ती ठंड एवं शीतलहर के दौरान आमजन को उपचार में किसी प्रकार की असुविधा न हो तथा सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहें. वरीय पदाधिकारियों एवं जिला तथा प्रखंड स्तर के वरीय अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध कराई जा रही आकस्मिक सेवाओं, शीतलहर एवं ठंड को ध्यान में रखते हुए रोगियों के उपचार की व्यवस्था, महिला एवं प्रसूति सेवाएं, पंजीकरण काउंटर, दवा वितरण केंद्र, ओपीडी सेवाएं, जांच सुविधाएं सहित विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं के आधार पर विस्तृत जांच की गयी. निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि मरीजों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों. डीएम वर्षा सिंह के आदेश पर अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन), उप विकास आयुक्त सहित सभी वरीय एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा एक साथ सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया. एक साथ किये गये इस व्यापक निरीक्षण से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. सदर अस्पताल हाजीपुर में अपर समाहर्ता द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान तीन चिकित्सक एवं दो एएनएम अनुपस्थित पाये गये. हालांकि अस्पताल में साफ-सफाई की स्थिति संतोषजनक पाई गयी. भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों से पूछताछ में यह जानकारी मिली कि दवाइयां, इंजेक्शन, कंबल, हीटर सहित आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं. अनुमंडलीय अस्पताल महुआ में उप विकास आयुक्त द्वारा सुबह आठ बजे किये गये निरीक्षण में रोस्टर के अनुसार चिकित्सक एवं एएनएम ड्यूटी पर उपस्थित पाये गये. हालांकि दवा वितरण केंद्र बंद पाया गया. मरीजों एवं उनके परिजनों ने स्वास्थ्य सेवाओं पर संतोष व्यक्त किया. इसके अतिरिक्त सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं आयुष्मान आरोग्य केंद्रों का निरीक्षण एवं जांच की गयी. इसे लेकर डीएम द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही या कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. इस व्यापक स्तर पर संपन्न निरीक्षण एवं जांच के क्रम में जो भी कर्मी दोषी पाये जायेंगे, उनके विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल सहित जिले के किसी भी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़, नियमित एवं जनोपयोगी बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है.
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