महनार. शनिवार की देर रात महनार बाजार स्थित थाना मोड़ के निकट अचानक लगी भीषण आग से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. बारात में फोड़े जा रहे पटाखों से निकली चिंगारी श्रवण प्रसाद साह उर्फ दहाउर साह के मोटर गैरेज पर जा गिरी. चिंगारी गिरते ही आग तेजी से भड़क उठी और कुछ ही देर में पास में स्थित मोहम्मद आबिद के गोदाम को भी अपनी चपेट में ले लिया. दोनों प्रतिष्ठान देखते ही देखते जलकर पूरी तरह राख हो गए. आग की लपटों में गैरेज की कीमती मशीनरी, उपकरण और गोदाम का समस्त सामान जल गया. आग लगते ही आसपास के लोगों में अफरा तफरी मच गई और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे. सूचना मिलते ही दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और स्थानीय लोगों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. थाना से बेहद नजदीक होने के बावजूद लपटें इतनी तीव्र थीं कि नियंत्रण में लाने में काफी समय लगा. प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है.
महनार बाजार में लगातार बढ़ रही आग की घटनाएं
इधर महनार बाजार में आगजनी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. 19 नवंबर को लगी आग में शिवम रेडीमेड और जितेंद्र शर्मा गिफ्ट कॉर्नर की दुकानों का सामान जलकर नष्ट हो गया था. इससे पहले 10 अक्टूबर को लगी आग में राम विलास पंडित, भरत कुमार, सत्रुधन सिंह और राणा की चार दुकानें राख हो गई थीं. वहीं 22 अक्टूबर को हुई भीषण आगलगी में संजय शर्मा की मासूम फर्नीचर, श्रीकांत राय की राहुल फर्नीचर, विष्णुकांत की पंडित सैलून, प्रमोद शर्मा की बब्लू फर्नीचर, हरेंद्र शर्मा की अंशु फर्नीचर, रामनरेश शर्मा की न्यू फर्नीचर और अविनाश कुमार की फर्नीचर उद्योग की कुल सात दुकानें जलकर खाक हो गईं. इन घटनाओं ने व्यापारियों में भारी भय और असुरक्षा की स्थिति पैदा कर दी है. लगातार बढ़ती आग की घटनाओं ने साफ संकेत दिया है कि महनार बाजार में फायर सेफ्टी ऑडिट अब बेहद जरूरी हो गया है. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बाजार में फायर सेफ्टी ऑडिट की सख्त जरूरत है. ऐसे में अग्निशमन विभाग की जिम्मेदारी बनती है कि वह महनार बाजार के सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और आसपास के आवासीय परिसरों की समुचित फायर सेफ्टी जांच कराए, ताकि भविष्य में किसी बड़ी अनहोनी को रोका जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

