राजापाकर. बिहार का यह विधानसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण चुनाव है. महागठबंधन पार्टी को जीतना जरूरी है. यदि हम ज्यादा सीट नहीं जीतते हैं, तो गठबंधन को घाटा होगा एवं भाजपा की सरकार बनेगी. इसलिए हम सभी महागठबंधन उम्मीदवार कांग्रेस के प्रतिमा कुमारी को पंजा छाप पर वोट देकर भारी मतों से विजयी बनाकर विधानसभा भेज कर लालू-तेजस्वी के हाथों को मजबूत करें. एनडीए के कार्यकर्ता लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन को जंगल राज बता रहे हैं. उन्होंने 20 साल में जंगल राज्य खत्म क्यों नहीं किया? महाराष्ट्र राज्य वाली यहां हालत होगी. एकनाथ शिंदे को बीजेपी ने महाराष्ट्र में सीएम का प्रलोभन देकर चुनाव जीत लिया एवं अपने नेता देवेंद्र फडणवीस को सीएम बना दिया. बिहार में चुनाव जीतने पर वे अपने किसी पार्टी के लोग को सीएम बनाएगें. नीतीश जी को बोलेंगे आप बुजुर्ग हो गए हैं, आप घर में बैठिए. इसलिए आप सभी को महागठबंधन को वोट करना है. इडी-सीडी का डर दिखाकर विपक्ष को जेल भेजा जा रहा है एवं भाजपा में जाते ही सभी पाक-साफ हो जाते है. नीतीश कुमार ने बिहार में 9 बार शपथ लिया 20 साल शासन किया लेकिन आज तक गरीबी नहीं गई. मजदूर पलायन कर रहे हैं, दूसरे राज्य जा रहे हैं. क्या 20 साल में पलायन को नहीं रोक सकते थे? नौकरी नहीं दे सकते थे. झूठे विकास का डंका पीट रहे हैं. उक्त बातें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बैकुंठपुर उच्च विद्यालय में कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा कुमारी के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए कही.
बिहार में चल रही महागठबंधन की लहर
वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि पूरे बिहार में महागठबंधन की लहर चल रही है. 20 साल में बिहार की इतनी दुर्गति हुई है किसी से छुपा हुआ नहीं है. नीतीश बाबू कहते हैं बिहार में सुशासन की सरकार है. लेकिन दिन प्रतिदिन हत्या लूट डकैती बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही है. वही प्रत्याशी प्रतिमा कुमारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं राजापाकर विधानसभा क्षेत्र से 5 साल के कार्यकाल में अनेक विकास कार्य किए हैं. किसी लोगों को मेरे प्रति गलती हुई या गिला शिकवा है तो है तो आप सभी माफ करेंगे. वही सभा में अनेक राजद कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा अपने 30 मिनट के भाषण में राजद के लालू राबड़ी तेजस्वी का नाम नहीं लिए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया.
मौके पर उपस्थित लोकसभा में विपक्ष के नेता अधिक रंजन चौधरी, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल, पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, लालु यादव के दामाद हरियाणा के विधानसभा सदस्य चिरंजीवी प्रसाद यादव, प्रमोद यादव, विपिन कुमार सिंह, पवन दास, राजीव कुमार, सुमन कुमार, राजीव रंजन उर्फ पंकज यादव, चतुर्भुज प्रसाद सिंह, राजा यादव, विजय राय, रुदल राय, विधानसभा प्रभारी गुरदीप राणा, सुशीला देवी सहित अनेक महागठबंधन कार्यकर्ता शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

