हाजीपुर. जिला में किसान अभी धान बेचने के लिए क्रय केंद्रों में नहीं पहुंच पा रहे है, जिससे धान खरीद की रफ्तार सुस्त पड़ी है. दस दिन बीत जाने के बाद भी मात्र 14 किसानों से 51.2 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है. हालांकि कई इलाकों में धान की कटाई नहीं हो सकी है तथा बिहार में चुनाव चल रहा है, जिसके कारण धान खरीद की रफ्तार नहीं पकड़ सकी है.
एक नवंबर से शुरू हुई थी धान खरीद
जिले में इस साल एक नवंबर से किसानों के धान खरीद का कार्य प्रारंभ हुआ है और यह 15 फरवरी तक चलेगा. पदाधिकारी को चुनाव में अस्त व्यस्त रहने से अभी तक जिला में धान खरीद का लक्ष्य भी निर्धारित नहीं हो पाया है. ऐसे में धान खरीद का कार्य प्रारंभ हुए दस दिनों से ज्यादा का समय गुजर गया है, लेकिन अब तक मात्र 14 किसानों से 51.2 मीट्रिक टन धान की खरीद हो पायी है. धान खरीद की रफ्तार तेज नहीं होने का कारण बिहार विधानसभा चुनाव और बेमौसम बारिश से धान की कटाई में सुस्ती माना जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद ही धान की खरीद में रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है.अब तक धान की कटाई नहीं हुई है पूरी
बेमौसम बारिश से अभी तक धान की कटाई पूरी नहीं हुई है, जहां हुई है वहां भी अभी धान में नमी है, जिस कारण किसान क्रय केंद्रों में नहीं पहुंच रहे है. सरकार के नियमों के मुताबिक धान में अधिक नमी होने पर धान की खरीद नहीं होगी. बताया जा रहा है कि किसान धान को धूप में सूखा रहे है. जिससे उसमें नमी कम हो सके. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दिसंबर माह में धान खरीद में गति आयेगी.क्या कहते हैं पदाधिकारी
अभी तक जिला को विभागीय लक्ष्य नहीं दिया गया है. पिछले साल के लक्ष्य के अनुरूप ही अभी तक धान खरीद का कार्य किया जा रहा है, जो एक तरह का सांकेतिक लक्ष्य माना जा रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद धान खरीद में गति आयेगी.अंजली
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